वसंत पंचमी कब है, मां सरस्वती के 10 मंत्र देंगे वाणी, ज्ञान और बुद्धि का आशीर्वाद
वर्ष 2022 में दिन शनिवार, 5 फरवरी को बसंत पंचमी (Basant Panchami 2022) का पर्व मनाया जाएगा। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इसी दिन माता सरस्वती का अवतरण हुआ था। इस दिन पीले रंग के उपयोग का बहुत महत्व माना गया है।
प्रतिवर्ष माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी (Magh Shukla Panchami) तिथि को यह पर्व देवी मां सरस्वती (Devi Sarswati) का प्राकट्य दिवस अथवा देवी सरस्वती जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस दिन माता सरस्वती (Maa Saraswati Worship) का पूजन तथा उनके मंत्रों जाप करने का जहां अनंत गुना फल मिलता है, वहीं ज्ञान, वाणी और बुद्धि के आशीर्वाद भी मिलता है। यहां पढ़ें मां सरस्वती देवी के 10 विशेष मंत्र-
सरस्वती देवी के 10 मंत्र-Mantra vasant panchami 2022
1. ॐ ह्रीं ऐं ह्रीं सरस्वत्यै नमः।
2. 'ऐं' माता सरस्वती का एकाक्षरी मंत्र है, इसे बीज मंत्र कहते हैं।
3. ॐ वद् वद् वाग्वादिनी स्वाहा।
4. ॐ ऐं ह्रीं सरस्वत्यै नम:।
5. ह्रीं त्रीं हूं। यह मंत्र स्फटिक माला व श्वेत आसन पर बैठकर करना आवश्यक है।
6. ॐ ह्रीं श्रीं हूं फट स्वाहा।
7. ॐ नम: पद्मासने शब्द रूपे ऐं ह्रीं क्लीं वद् वद् वाग्वादिनी स्वाहा।
8. 'ऎं ह्रीं श्रीं वाग्वादिनी सरस्वती देवी मम जिव्हायां। सर्व विद्यां देही दापय-दापय स्वाहा।'
9. ॐ ऐं वाग्दैव्यै विद्महे कामराजाय धीमही तन्नो देवी प्रचोदयात।
10. 'सरस्वत्यै नमो नित्यं भद्रकाल्यै नमो नम:। वेद वेदान्त वेदांग विद्यास्थानेभ्य एव च।।
सरस्वति महाभागे विद्ये कमललोचने। विद्यारूपे विशालाक्षी विद्यां देहि नमोस्तुते।।'