सबरीमला मंदिर में भारी भीड़, मुख्यमंत्री और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग
तिरुवनंतपुरम। भगवान अयप्पा के मंदिर परिसर में शनिवार को अपेक्षाकृत भारी भीड़ रही, वहीं सबरीमला मुद्दे से राज्य सरकार के निपटने के तरीके पर मुख्यमंत्री और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग भी देखने को मिली।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व रक्षामंत्री एके एंटनी ने कथित तौर पर राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि वह इस विषय पर भाजपा और आरएसएस को प्रोत्साहित कर रही है। इस पर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने पलटवार करते हुए कहा कि यह बयान परोक्ष उद्देश्य के साथ दिया गया है। विजयन ने फेसबुक पोस्ट में यह कहा।
दरअसल, इससे पहले एंटनी ने कहा था कि सबरीमला में हिंसा मुख्यमंत्री और डीजीपी द्वारा मुद्दे से अनुपयुक्त तरीके से निपटने के चलते हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के कदम की केरल उच्च न्यायालय ने सराहना की है और यह बयान सरकार के बारे में झूठी अफवाह फैलाने के लिए है।
विजयन ने यह भी कहा कि सबरीमला पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है, क्योंकि उनके लिए सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। इस बीच कांग्रेस नेता रमेश चेन्नीथला ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि वह भाजपा और आरएसएस के 'गॉडफादर' के रूप में काम कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि सबरीमला में लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से वहां भय का माहौल है और राज्य सरकार श्रद्धालुओं की दिक्कतों को दूर करने के लिए कुछ भी नहीं कर रही। राज्य विधानसभा में विपक्षी नेता ने कहा कि उनका (मुख्यमंत्री का) एकमात्र उद्देश्य कांग्रेस पार्टी को कमजोर करना है।
रजस्वला आयु वर्ग (10 से 50 वर्ष) की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश के मुद्दे पर गतिरोध के बीच देवस्वओम (मंदिर प्रशासन) मंत्री के. सुरेन्द्रन ने राज्यपाल पी. सदाशिवम से मुलाकात की और उन्हें मंदिर परिसर की मौजूदा स्थिति से अवगत कराया। मंत्री ने मुलाकात के बाद कहा कि राज्यपाल चाहते हैं कि सभी हितधारक मंदिर में शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सहयोग करें।
इस बीच एक अदालत ने भाजपा महासचिव के. सुरेन्द्रन को सबरीमला में इस महीने हुए हिंसक प्रदर्शन में उनकी कथित संलिप्तता से जुड़े एक मामले में जमानत देने से इंकार कर दिया है। सुरेन्द्रन को इस हफ्ते की शुरुआत में निलक्कल से गिरफ्तार किया गया था।
राज्य स्वास्थ्य विभाग ने सबरीमला में स्वाइन फ्लू का अलर्ट जारी किया है। विभाग ने अन्य राज्यों से श्रद्धालुओं के आने के मद्देनजर यह कदम उठाया है, जहां इस रोग के मामलों की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने कहा कि चूंकि ज्यादातर श्रद्धालु अन्य राज्यों से हैं, हमने सभी जिला चिकित्सा अधिकारियों को हालात की निगरानी करने और एहतियाती कदम उठाने को कहा है। (भाषा)