नूंह की हिंसा पर स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव ने सरकार की नीयत पर उठाए सवाल
violence in Nuh: बीते दिनों हरियाणा के मेवात व गुरुग्राम क्षेत्र में हुई हिंसा के अगले दिन आज मंगलवार को स्वराज इंडिया (Swaraj India) के संस्थापक योगेन्द्र यादव (Yogendra Yadav) ने नूंह व बढकली चौक का दौरा किया जिसमें उनके साथ स्वराज इंडिया के स्थानीय साथी शामिल रहे।
योगेंद्र यादव व उनके साथियों ने बताया कि बीते दिनों हुई हिंसा किसी तरह से 2 समुदायों के बीच हुई हिंसा नहीं है। यह हिन्दुओं के नाम पर भड़काऊ राजनीति करने वाले छुटभैये नेताओं और मेव समाज के नाम पर कुछ गुंडों और असामाजिक तत्वों की लड़ाई है।दरअसल, सच यह है कि स्थानीय हिन्दुओं व मुसलमानों ने एक होकर बड़कली चौक पर हो रही इस हिंसा को रोका।
योगेंद्र यादव के नेतृत्व में स्वराज इंडिया के प्रतिनिधिमंडल ने मेव जिले के उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक से मिलकर उनके समक्ष 3 मांगें रखीं-
1. पथराव के जिम्मेदार गुंडों को चिन्हित कर उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए एवं बेकसूर लोगों की धरपकड़ बंद हो।
2. भड़काऊ वीडियो बनाकर लोगों को उकसाने के आरोपी अपराधियों मोनू मानेसर व बिट्टू बजरंगी को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। यह हैरानी की बात है कि हत्या जैसे संगीन मामले का आरोपी मोनू मानेसर आज भी खुलेआम घूम रहा है। यह इस संदेह को पुख्ता करता है कि इन असामाजिक तत्वों को राजनीतिक प्रश्रय प्राप्त है।
3. बृज यात्रा के दौरान तनाव व हिंसा की पूर्व जानकारी होने के बावजूद हिंसा को रोकने का समुचित प्रयास न करने व हिंसा के वक्त पुलिस प्रशासन की घोर अनुपस्थिति से पुलिस व प्रशासन की भूमिका भी संदेह के घेरे में है।
प्रतिनिधिमंडल ने स्थानीय समुदाय से अपील की कि अगर सरकार की नीयत गलत हो तब भी समाज की जिम्मेदारी बनती है कि बहुसंख्यक समाज, अल्पसंख्यक समाज को सुरक्षा प्रदान करे। इसलिए मेवात के मेव मुस्लिम समाज से अपील है कि वे मंदिरों की चौकीदारी करें व हिन्दुओं को सुरक्षा की पूरी गारंटी दें। मेवात की साझी संस्कृति को जीवित रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।
आज नूंह व बड़कली चौक के दौरे में योगेन्द्र यादव के साथ स्वराज इंडिया हरियाणा कार्यकारिणी के रमजान चौधरी, दिल्ली देहात के अध्यक्ष राजीव यादव व हरियाणा के कार्यकारी के शशि कुमार भी शामिल रहे।
Edited by: Ravindra Gupta