अब धीरे-धीरे गर्मी की दस्तक बढ़ रही है और ऐसे समय में अधिक पसीना आना, आलस महसूस होना, दिनभर सुस्ती लगना तथा कुछ खाने-पीने का मन न करना। इन सब समस्याओं से गर्मी में हर किसी को रूबरू होना पड़ता है।
इन दिनों इसके अलावा सेहत से जुड़ी छोटी-मोटी समस्याएं भी होना बेहद आम बात है। अत: इन सभी से बचने के लिए जरूरी है चुस्ती-फुर्ती बनाए रखना और दिनचर्या में कुछ बदलाव करके सेहतमंद बने रहना। तो आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ जरूरी टिप्स, जो गर्मी की परेशानियों से आपको राहत देंगे और तंदुरूस्त भी बनाए रखेंगे।
आइए जानते हैं 10 खास बातें-
1. हल्के-रंग के कपड़े- गर्मी में कूल रहने के लिए आप हल्के रंग के कपड़ों का उपयोग करें, हल्के रंग आंखों को ठंडक पहुंचाते हैं। इस मौसम में कॉटन, शिफॉन, जॉर्जेट, क्रेप जैसे पतले और हल्के-फुल्के कपड़े पहनें, जिनमें हवा आसानी से जा सके।
2. धूप से सुरक्षा- गर्मी में सबसे महत्वपूर्ण टिप्स तो यही है कि आप धूप में निकलते वक्त सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें। सुबह दस बजे से शाम चार बजे के बीच धूप में जाने से बचें। अगर बाहर जाना ही पड़े तो शरीर को पूरी तरह से ढंककर, कच्चा प्याज साथ में रखकर ही बाहर निकलें। कैप, सनग्लास और सनस्क्रीन का इस्तेमाल जरूर करें।
3. ठंडी तासीर वाली वस्तुएं- गर्मी के दुष्परिणामों से बचने के लिए ठंडी तासीर के खाद्य पदार्थों का सेवन करें। बेल का शर्बत, केरी का पना, आंवला, कच्चे प्याज को भोजन में शामिल करें। खाद्य पदार्थ को गर्म-ठंडे के आधार पर नहीं बल्कि उनकी तासीर के आधार पर पहचानें जैसे आइसक्रीम, कोल्डड्रिंक और बर्फ का गोला ठंडा होने पर भी शरीर की गर्मी बढ़ाते हैं।
4. पेय पदार्थ- गर्मी के मौसम में ठोस आहार की बजाए तरल पेय पदार्थ जैसे ठंडा पानी, नीबू पानी, नींबू शिकंजी, शर्बत, कैरी का पना, फलों का रस, छाछ, लस्सी ज्यादा मात्रा में लें, इनसे शरीर में तरावट बनी रहेगी और ऊर्जा का स्तर भी बना रहेगा।
5. ताजा भोजन- हल्का, ताजा और जल्दी पचने वाला भोजन करें। भूख से कम खाएं और पानी ज्यादा पिएं। रसीले फल जैसे- तरबूज, आम, संतरा, अंगूर, खरबूज आदि से पेट भी भरेगा और ये शरीर में पानी की जरूरत की पूर्ति भी करेंगे।
6. प्रकृति से ठंडक लें- सुबह जल्दी उठकर एवं शाम को टहलते हुए आप प्रकृति की ठंडक को महसूस कीजिए। पौधों को पानी पिलाएं, हरी घास पर नंगे पैर चलें, रंग-बिरंगे फूलों को निहारें, शुद्ध और खुली हवा में गहरी सांस लें। इसके अलावा गर्मी में प्राकृतिक स्थानों पर घूमने जाएं।
7. ठंडे पानी से धोएं चेहरा- जब भी गर्मी में कहीं बाहर जाएं ठंडा पेय पीकर निकलें तथा पुन: घर लौटने के बाद अपने चेहरे को ठंडे पानी से धोएं या फिर त्वचा पर बर्फ की मसाज करें। इससे आप काफी तरोताजा महसूस करेंगे।
8. व्यायाम का सहारा- गर्मी और उमस में किया गया थोड़ा-सा वर्क आउट शरीर को थका देता है, लेकिन इसका ये कतई मतलब नहीं है कि एक्सरसाइज छोड़ दें। हल्के व्यायाम, आसान, ध्यान, योग, प्राणायाम को अपनाएं या फिर सुबह-शाम घूमकर भी व्यायाम की पूर्ति की जा सकती है।
9. कम करें शारीरिक श्रम- गर्मियों में बहुत ज्यादा शारीरिक श्रम से पसीने के रूप में पानी और मिनरल्स अधिक मात्रा में उत्सर्जित होते हैं। इससे शरीर में पानी और खनिज लवणों की कमी हो जाती है। ऐसी स्थिति में चयापचय दरें प्रभावित होती है।
10. नींद हैं जरूरी- गर्मियों में नींद पर्याप्त मात्रा में और गहरी नहीं होती, इससे थकान बनी रहती है, जो अनावश्यक चिड़चिड़ाहट को जन्म देती है, इसलिए जब भी आराम की जरूरत महसूस हो, सब काम छोड़कर आराम करें।