मेनका गांधी का विवादित बयान, बोलीं- मास्क के लिए चालान न हो, मरें तो अपनी बला से...
सुलतानपुर। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद मेनका गांधी ने सोमवार को कहा कि पुलिस किसी भी व्यक्ति को हेलमेट और मास्क के लिए परेशान न करे, अब जनता को समझना है कि उसे खुद की कितनी फिक्र है। उन्होंने कहा, मास्क नहीं है तो नहीं है, वह मरे तो हमारी बला से लेकिन इनके ऊपर पैसों की वसूली ना हो।
अपने संसदीय क्षेत्र में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने व्यापारियों की समस्याओं को सुनने के बाद बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों को हॉटस्पॉट क्षेत्रों को पूरी तरह खोलने के निर्देश दिए और कहा कि पुलिस किसी भी व्यक्ति को हेलमेट अथवा मास्क के लिए परेशान न करें।
उन्होंने साफ तौर पर कहा, कोरोना को लेकर पूरे देश में सख्ती है। हमें मालूम है कि उनका काम ही है नियम रखना, लेकिन मास्क नहीं है तो नहीं है, वह मरे तो हमारी बला से लेकिन इनके ऊपर पैसों की वसूली ना हो।
पत्रकारों को ब्लैकमेलर की संज्ञा से नवाजते हुए उन्होंने कहा, वेयर हाउसों में रात में लोडिंग अनलोडिंग होती है, क्योंकि दिन में ट्रक तो आ नहीं सकते हैं, रात में ही आएंगे। प्रेस वाले इनकी तस्वीरें खींचते हैं, अखबारों में डालते हैं और ब्लैकमेल करते हैं। यह अच्छी बात नहीं है। श्रीमती गांधी ने कहा, जिन्हें कोरोना है, उन्हें अपने घरों में ही सीमित रखें, मुख्यमंत्री ने भी ऐसे ही कहा है।
आज के बाद ऐसा ही होगा, नहीं तो हो क्या रहा है, सारी दुकानें बंद, सारे व्यापारी मर गए हैं इस समय।सांसद की इन बातों से लोग आहत भी हुए और अचंभित भी हैं कि श्रीमती गांधी उनके हित में बात कर रही है या उनका अहित चाह रही हैं।(वार्ता)