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Last Modified: मंगलवार, 2 जून 2020 (18:14 IST)

गरीबों को खाना खिलाने वाला ऑटोरिक्शा ड्राइवर बन गया देशभर में लोगों की आंखों का तारा

गरीबों को खाना खिलाने वाला ऑटोरिक्शा ड्राइवर बन गया देशभर में लोगों की आंखों का तारा - Auto rickshaw driver feeding poor became a hero
पुणे। महाराष्ट्र के पुणे में अपनी शादी के वास्ते बचाया गया पैसा प्रवासी श्रमिकों को खाना खिलाने पर खर्च करने पर एक ऑटो रिक्शा ड्राइवर देशभर में लोगों की आंखों का तारा बन गया है और कई लोगों ने उसकी मदद के लिए अपनी जेब ढीली की है लेकिन, 30 वर्षीय ऑटोरिक्शा ड्राइवर अक्षय कोठवाले उसे मदद के तौर पर मिले पैसे का यहां जरूरतमंद और गरीबों को खाना खिलाने और राशन किट देने पर खर्च कर रहा है।
 
कोठवाले ने कहा कि वह उसे मिले अपार सहयोग के प्रति आभारी है और उसे पुणे की सड़कों पर जरूरतमंदों की मदद जारी रखने के लिए और प्रोत्साहन मिला है। उसने अपनी शादी के वास्ते दो लाख रुपए बचाए थे। उसकी शादी 25 मई को होने वाली थी लेकिन कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते स्थगित हो गई।
 
गरीबों खासकर प्रवासी श्रमिकों को ‘न तो काम और न ही आमदनी’ के कारण हो रही कठिनाइयों से उसे बहुत दु:ख हुआ। ऐसे में उसके पास जो पैसे थे, उससे उसने इन मजदूरों के वास्ते खाना पकाने के लिए अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर रसोई स्थापित की और यहां कई स्थानों पर खाना परोसा।
 
इसी बीच, पिछले महीने उसके पिता की मौत हो गई लेकिन यह त्रासदी भी उसका निश्चय नहीं डिगा सकी और उसने अपनी यह पहल जारी रखी। कोठवाले की इस नेकनीयती को देखकर देशभर से कई लोगों ने उसकी मौद्रिक सहायता की। उसने कहा, ‘मुझे देशभर के लोगों से 6 लाख रुपए मिले हैं। मैं इस सदाशयता के लिए लोगों का आभारी हूं, जिन्होंने हमारी पहल की खबर पढ़कर मदद का हाथ बढ़ाया।’
 
अक्षय कोठवाले ने कहा कि उसे जो पैसे मिले हैं, उससे वह कई इलाकों मे भोजन वितरण जारी रखेगा। उसने कहा, ‘हमारे हाथ में जो पैसे आए हैं, हमने उससे थोक बाजार से किराना के जरूरी सामान और पके हुए भोजन खरीदे। हम जरूरतमंदों के बीच राशन किट बांटने की योजना बना रहे हैं। कोठवाले भोजन वितरण के अलावा वरिष्ठ नागरिकों, गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर तक मुफ्त में अपने ऑटोरिक्शा से पहुंचाता भी है। (भाषा)
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