यश चोपड़ा की बायोपिक में लीड रोल में नजर आएंगे शाहरुख खान?
यशराज फिल्म्स ने हाल ही में अपने 50 साल पूरे किए हैं। इस खास मौके पर कंपनी के मालिक आदित्य चोपड़ा ने कई दिलचस्प प्रोजेक्ट्स पर काम करना शुरू किया है। इस बीच खबर आई कि आदित्य अपने पिता यश चोपड़ा के जीवन पर एक बायोपिक फिल्म बनाने को तैयारी में हैं और बॉलीवुड सपुरस्टार शाहरुख खान फिल्म में मुख्य भूमिका निभा सकते हैं। लेकिन अब प्रोडक्शन कंपनी की तरफ से अधिकारिक बयान सामने आ गया है।
प्रोडक्शन कंपनी ने यश चोपड़ा की बायोपिक बनाने की खबरों का खंडन किया गया है। कंपनी के आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा, “यह एक आधारहीन अफवाह है। यश चोपड़ा जी पर एक बायोपिक बनाने की कोई प्लान नहीं है।”
बताते चलें, यशराज फिल्म्स के 5 दशक पूरे होने के मौके पर आदित्य चोपड़ा ने अपने पिता का शुक्रिया अदा किया। यशराज फिल्म्स के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट के जरिए आदित्य चोपड़ा ने अपने इमोशन्स शेयर करते हुए लिखा- ‘जश्न के 50 साल, आप सभी को एंटरटेन करने के 50 साल। यश चोपड़ा को नहीं पता था कि बिजनेस कैसे चलाना है और वे पैसे बनाना भी नहीं जानते थे। उन्हें इस बात की जरा भी जानकारी नहीं थी एक कंपनी को चलाया कैसे जाता है। मगर उन्हें कड़ी मेहनत और टैलेंट पर पूरा भरोसा था। उन्हें आत्मनिर्भरता पर विश्वास था। जब एक सृजनात्मक इंसान (यश चोपड़ा) ने अपनी आर्ट पर भरोसा किया तब जाकर यश राज फिल्म का जन्म हुआ।
आदित्य चोपड़ा ने आगे लिखा- ‘राजकमल स्टूडियो चलाने वाले वी सांताराम ने अपने ऑफिस के स्टूडियो में यश चोपड़ा को एक छोटा सा कमरा दिया था। मेरे पिता को उस समय नहीं पता था कि उस छोटे से कमरे में उन्होंने जिस छोटी सी कंपनी की शुरुआत की थी वो आगे जाकर फिल्म जगत की सबसे बड़ी कंपनी बन जाएगी। साल 1995 को यश राजफिल्म्स की 25वीं सालगिरह पर मैंने डेब्यू किया था और फिल्म दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे रिलीज हुई थी। फिल्म की सक्सेस ने मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।’
आदित्य चोपड़ा आगे लिखते हैं- ‘आज जब प्रोडक्शन हाउस के 50 साल हो रहे हैं मैं सोच रहा हूं कि इन 50 सालों में यशराज फिल्म्स की सक्सेस का असली राज क्या है? 50 सालों में ऐसा क्या हुआ है कि कंपनी इतना फल-फूल रही है। क्या ये यश चोपड़ा की क्रिएटिविटी का कमाल है? या उनके बेटे आदित्य चोपड़ा के 25 साल के करियर का कमाल है? या ऐसा सिर्फ अच्छे भाग्य की वजह से हुआ है? पर मैंने जाना कि इनमें से कोई भी वजह नहीं है। YRF को सक्सेस सिर्फ लोगों की वजह से हुआ है। वो सभी लोग, जिन्होंने पिछले 50 सालों में यहां काम किया है।’