हाथरस गैंगरेप : बॉलीवुड एक्ट्रेसेस का फूटा गुस्सा, प्रियंका चोपड़ा बोलीं- और कितनी निर्भया...
उत्तरप्रदेश के हाथरस में 14 सितंबर को एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया। जहां एक 19 वर्षीय युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी बेरहमी से हत्या करने की कोशिश की गई। हालांकि उस समय तो युवती बच गई लेकिन कुछ दिन बाद वो जिंदगी की जंग हार गई।
इस घटना से पूरा देश आक्रोशित है। हर कोई दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहा है। बॉलीवुड भी इस मामले में एकजुट हो गया है। फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी हर अभिनेत्री इस केस की कड़ी निंदा कर रही हैं।
हाल ही में प्रियंका चोपड़ा ने इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की है। पोस्ट में एक कविता के जरिए प्रियंका ने प्रशासन पर भी सवाल खड़े किए हैं और ये भी पूछा है कि अभी और कितनी निर्भया की जान जाएगी।
प्रियंका ने अपनी पोस्ट में लिखा, अपमान और दुर्व्यवहार, निराशा और क्रोध, उदासी और लाचारी जैसी भावनाएं भीतर ही भीतर चल रही हैं। नफरत क्यों? क्या लड़कों को पाल-पोसकर बड़ा कर रहे माता-पिता सुन रहे हैं? क्या कानून इस चिल्लाहट में बहरा हो गया है? और कितनी निर्भया होंगी? ऐसा कितने साल तक चलता रहेगा?
Angry & Frustrated!Such brutality in #Hathras gangrape.When will this stop?Our laws & their enforcement must be so strict that the mere thought of punishment makes rapists shudder with fear!Hang the culprits.Raise ur voice to safeguard daughters & sisters-its the least we can do
अभिनेता अक्षय कुमार इस मामले में ट्वीट करते हुए लिखा, 'गुस्सा और झुंझलाहट! हाथरस गैंगरेप केस में इतनी बर्बरता। ये सब कब बंद होगा? हमारे कानून और उन्हें लागू करने की प्रक्रिया इतनी कड़ी होनी चाहिए कि सजा के बारे में ही सोच कर ही रेपिस्ट डर से कांप जाएं। दोषियों को फांसी दो। अपनी बेटियों और बहनों को बचाने के लिए आवाज उठाओ, हम इतना तो कर ही सकते हैं।'
Shoot these rapists publicly, what is the solution to these gang rapes that are growing in numbers every year? What a sad and shameful day for this country. Shame on us we failed our daughters #RIPManishaValmiki
कंगना रनौट ने भी इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए गुस्सा जाहिर किया है। कंगना ने अपने ट्वीट में लिखा, 'रेपिस्ट को सबके सामने गोली मार दो, गैंगरेप के हर साल बढ़ रहे मामलों का क्या हल है? कितने दुख और शर्म का दिन है, देश के लिए। हमें शर्म आनी चाहिए कि हम अपनी बेटियों को बचाने में असफल हो गए।'