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Last Modified: गुरुवार, 28 अक्टूबर 2021 (11:55 IST)

28 अक्टूबर से हो रहे हैं सुनहरे दिन शुरू, Guru Pushya पर ये 10 काम करें जरूर

28 अक्टूबर से हो रहे हैं सुनहरे दिन शुरू, Guru Pushya पर ये 10 काम करें जरूर - Guru pushya nakshatra me kya kare
Guru Pushya Nakshatra Yoga 2021: गुरु पुष्‍य नक्षत्र का दिन बहुत ही शुभ दिन होता है। इस नक्षत्र में शुभ खरीद के साथ ही और क्या कार्य करना चाहिए ( Guru pushya nakshatra me kya kare ) आओ जानते हैं।
 
 
 
ये 10 कार्य करें ( guru pushya nakshatra shopping )
1. सोना चांदी खरीदें : इस दिन सोना खरीदना शुभ होता है, क्योंकि सोना बृहस्पति की धातु है। यदि सोना नहीं खरीद पा रहे हैं तो इस दिन चांदी खरीदें क्योंकि चांदी चंद्र की धातु है। इस दिन सोना या चांदी नहीं खरीद पा रहे हैं तो पीतल के बर्तन जरूर खरीदें।
2. लोहे की वस्तु खरीदें : पुष्य नक्षत्र शनि का नक्षत्र है तो इस दिन वाहन या लोहे की कोई वस्तु भी खरीद सकते हैं।
 
3. कला के कार्य करें : इस नक्षत्र में शिल्प, चित्रकला, मूर्ति कला आदि कला से जुड़े कार्य प्रारंभ करना उत्तम माना जाता है। 
 
4. निर्माण कार्य : इस नक्षत्र में मंदिर निर्माण, घर निर्माण आदि कार्य प्रारंभ करना भी शुभ माने गए हैं।
5. उपनयन संस्कार : इस नक्षत्र के समय छोटे बालकों के उपनयन संस्कार करना चाहिए, क्योंकि यह समय शुभ होता है।
 
6. विद्या आरंभ करना : इस नक्षत्र में प्राचीन काल में बच्चों को सबसे पहली बार विद्याभ्यास के लिए गुरुकुल में भेजा जाता है। इस नक्षत्र में कोई भी विद्या सीखने के लिए शुभारंभ का यह समय उचित है। इस दिन ज्ञान अर्जित करना, विद्या आरम्भ करना या कुछ नया सीखना उत्तम होता है।
7. बहीखाता : इस दिन व्यापारी वर्ग अपने बहीखातों की पूजा कर सकते हैं और लेखा-जोखा कार्य भी शुरू कर सकते हैं।
 
8. नए कार्य की शुरुआत : इस दिन से नए कार्यों की शुरुआत करें। जैसे नई दुकान खोलना, नया व्यापार करना, लेखक हैं तो कुछ नया लिखना आदि। इस दिन धन का निवेश लंबी अवधि के लिए करने पर भविष्य में उसका अच्छा फल प्राप्त होता है।
Diwali puja 2021
9. महालक्ष्मी पूजा और साधना : इस शुभदायी दिन पर महालक्ष्मी की साधना करने और पूजा करने से धन प्राप्ति के योग बनते हैं।
10. अन्य कार्य : इस दिन पीपल या शमी के पेड़ की पूजा करने से उसका विशेष व मनोवांछित फल प्राप्त होता है। इसके अलावा पुष्य नक्षत्र में दिव्य औषधियों को लाकर उनकी सिद्धि की जाती है। इस दिन कुंडली में विद्यमान दूषित सूर्य के दुष्प्रभाव को घटाया जा सकता है।
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