तस्वीरों और रंगों का आपके मन और भाग्य पर बहुत गहरा असर पड़ता है। वास्तुशास्त्र की किताबों में कई स्थानों पर वास्तु दोषों के शमन के लिए चित्र, नक्काशी, बेलबूटे, मनोहारी आकृतियों आदि के उपयोग का वर्णन है। आओ जानते हैं कि कहां किस तरह का चित्र लगाएं जिससे कि जीवन में शांति, समृद्धि और खुशहाली के साथ ही धन की बरसात होने लगे।
1. खुशहाल पारिवारिक फोटो : यदि आपके घर में गृहकलह बनी रहती है या वैचारिक मतभेद हैं तो आप कहीं से ऐसे चित्र लेकर आएं जिसमें हंसता-मुस्कुराता संयुक्त परिवार हो। उसे लाकर आप अपने अतिथि कक्ष में लगा दें, जहां पर सभी की नजर आते-जाते पड़ती रहें। बस कुछ दिनों में देखिए इस चित्र का जादू। यदि आप दूसरों के चित्र न लगाना चाहते हैं तो खुद के ही परिवार के सदस्यों का प्रसन्नचित्त मुद्रा में दक्षिण-पश्चिम दिशा के कोने में एक तस्वीर लगाएं। इसमें परिवार के सभी सदस्य होने चाहिए और उनके चेहरे प्रसन्नचित्त मुद्रा में होने चाहिए।
2. पति-पत्नी में प्यार के लिए तस्वीर : यदि पति और पत्नी में तनाव है या किसी कारणवश प्यार का संबंध स्थापित नहीं हो पा रहा है तो आप अपने शयन कक्ष में राधा-कृष्ण का एक सुंदर-सा चित्र लगा सकते हैं। यदि यह नहीं लगा सकते हैं तो हंसों के जोड़े का सुंदर-सा मन को भाने वाला चित्र लगा सकते हैं। हिमालय, शंख या बांसुरी के चित्र भी लगा सकते हैं। ऐसे दंपति जो संतान प्राप्ति की इच्छा रखते हैं, वे अपने शयन कक्ष में श्रीकृष्ण के बालरूप की तस्वीर लगाएं या किसी हंसते-मुस्कुराते सुंदर बालक की तस्वीर भी लगा सकते हैं।
3. समृद्धि या अपार धन के लिए : यदि आप अपार धन और समृद्धि की आकांक्षा रखते हैं तो घर में अतिथि कक्ष में हंस की बड़ी-सी तस्वीर लगाएं। इसके अलावा कहीं किसी कोने में धन के ढेर का एक छोटा-सा चित्र भी लगा दें। घर की उत्तर दिशा की दीवार पर लक्ष्मी या कुबेर की तस्वीर भी लगा सकते हैं। अतिथि कक्ष में घर के मुखिया की सीट के पीछे पहाड़ या उड़ते हुए पक्षी का चित्र लगा हो। ऐसी तस्वीरों से अत्मविश्वास और मनोबल बढ़ता है।
4. जीवन में तरक्की के लिए : घर में लगाएं समुद्र किनारे दौड़ते हुए 7 घोड़ों की तस्वीर। घोड़े की तस्वीर लगाने के लिए पूर्व दिशा को शुभ माना गया है। घोड़ों की तस्वीर न लगाना चाहें तो आप तैरती हुए मछलियों के चित्र भी लगा सकते हैं। घोड़ों की तस्वीर अक्सर व्यापारिक संस्थान और कार्यालयों पर लगाई जाती है इसलिए जब भी घर में घोड़ों की तस्वीर लगाएं तो किसी वस्तुशास्त्री से पूछकर ही लगाएं। वह आपको सही तस्वीर और सही जगह के बारे में सही ज्ञान देगा। ऐसा आपके घर को देखकर ही किया जा सकता है।
5. जीवन में शांति के लिए : यदि आप जीवन में शांति चाहते हैं तथा तनाव और चिंता को मिटाना चाहते हैं तो कहीं से भी भगवान बुद्ध या महावीर स्वामी की ध्यानमग्न सुंदर और बड़ी-सी तस्वीर लेकर आएं और उसे ऐसे स्थान पर लगाएं, जहां से वह आपको आसानी से दिखाई देती रहे। निश्चित ही आपका मन शांत होने लगेगा। बुद्ध और महावीर का चित्र नहीं लगाना चाहते हैं तो मन अशांत हो तो घर के उत्तर-पूर्व में ऐसे बगुले का चित्र लगाना चाहिए, जो ध्यानमग्न हो या हंस की तस्वीर भी लगा सकते हैं।
6. शौचालय : यदि गलती से आपका शौचालय ईशान कोण में बन गया है तो फिर यह बहुत ही धनहानि और अशांति का कारण बन जाता है। प्राथमिक उपचार के तौर पर उसके बाहर शिकार करते हुए शेर का चित्र लगा दें।
7. रसोईघर में : यदि आपका रसोईघर अग्निकोण में न होते हुए किसी ओर दिशा में बना है तो वहां पर यज्ञ करते हुए ऋषियों की चित्राकृति लगाएं। इससे वहां का वास्तु दोष मिट जाएगा और धन के मार्ग में रुकावट नहीं आएगी। साथ ही संकटों का यह प्राथमिक उपचार होगा। जिस घर में रसोईघर दक्षिण-पूर्व यानी आग्नेय कोण में नहीं हो तब वास्तु दोष को दूर करने के लिए रसोई के उत्तर-पूर्व यानी ईशान कोण में सिंदूरी गणेशजी की तस्वीर लगानी चाहिए।
8. अन्न के भंडार भरे रहेंगे : रसोईघर में किचन स्टैंड के ऊपर सुंदर फलों और सब्जियों के चित्र लगाएं। साथ ही अन्नपूर्णा माता का चित्र भी लगाएं तो घर में बरकत बनी रहेगी।
9. पढ़ने के कक्ष में : यदि बच्चे का मन पढ़ाई में नहीं लगता हो तो पढ़ने के कक्ष में मां सरस्वती, वेदव्यास या किसी पढ़ते हुए बच्चे का चित्र लगाएं या किसी हरे तोते का चित्र लगाएं जिससे बच्चे का पढ़ने में तुरंत ही मन लगने लगेगा।
10. हनुमानजी का चित्र : घर में दक्षिण दीवार पर हनुमानजी का लाल रंग का चित्र लगाएं। इसके दो लाभ हैं। पहला यह कि आपका मंगल यदि अशुभ है तो शुभ होने लगेगा और दूसरा यह कि आपके मन में किसी भी प्रकार का भय नहीं रहेगा। जीवन में मंगल ही मंगल होगा और सभी तरह के संकटों से आप दूर रहेंगे। हनुमानजी का आशीर्वाद आपको मिलने लगेगा, साथ ही पूरे परिवार का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। घर के द्वार के ऊपर बाहर की ओर गणेशजी की तस्वीर लगाएं। दाएं और बाएं शुभ और लाभ लिखें और द्वार पर वंदरवार लगाएं जिसमें बेलबूटे, नक्काशी या सुंदर चित्र बने हों।