सीरिया में लोगों को अगवा कर लिए जाने, उनके गायब होने की खबरों पर चिंता
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR) ने चिंता जताई है कि सीरिया में इस वर्ष जनवरी महीने से अब तक लगभग 100 लोगों को या तो अग़वा किया जा चुका है या फिर उन्हें ग़ायब कर दिया गया है। इसके मद्देनज़र, यूएन कार्यालय ने सीरियाई सरकार से और अधिक जवाबदेही की मांग की है। सीरिया में एक दशक से अधिक समय से जारी गृहयुद्ध के बाद दिसम्बर 2024 में हयात तहरीर अल-शम के नेतृत्व में हथियारबन्द लड़ाकों ने पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद के शासन का अन्त कर दिया था।
इसके बाद देश राजनीतिक संक्रमण के दौर से गुज़र रहा है और राष्ट्रपति अहमद अल-शरा के नेतृत्व में अन्तरिम सरकार ने सत्ता सम्भाली है। यूएन मानवाधिकार कार्यालय के प्रवक्ता थमीन अल-ख़ीतान ने शुक्रवार को जिनीवा में जानकारी देते हुए कहा कि सीरिया में पूर्व सरकार के पतन के 11 महीनों बाद भी, हमें बड़ी संख्या में लोगों को अग़वा कर लिए जाने और उनके ग़ायब हो जाने की चिन्ताजनक ख़बरें मिलना जारी हैं।
OHCHR प्रवक्ता ने एक सवाल के जवाब में कहा कि उनकी टीम ने इस वर्ष की शुरुआत से अब तक, कम से कम 97 लोगों को अग़वा किए जाने या उनके ग़ायब हो जाने के मामलों में जानकारी जुटाई है। यह उन एक लाख लोगों के आंकड़े से अलग है, जो पांच दशकों तक जारी रहे असद परिवार के शासनकाल के दौरान लापत हो गए थे।
बहुत से परिवारों के लिए अपने प्रियजन को ढूंढ पाना सम्भव हुआ है, लेकिन अनेक को अब भी कोई जानकारी नहीं है कि उनके साथ क्या हुआ या फिर वे अब कहां हैं। यूएन कार्यालय प्रवक्ता ने ज़ोर देकर कहा कि असद सरकार और उसके पतन के बाद, जो लोग भी लापता हुए हैं, उनके बारे में सटीक जानकारी तुरन्त उपलब्ध कराई जानी होगी।
इस क्रम में उन्होंने सीरियाई अरब गणराज्य में लापता व्यक्तियों के लिए स्वतंत्र निकाय के लिए मानवाधिकार कार्यालय का समर्थन व्यक्त किया। कार्ला क्विनटाना इस निकाय की प्रमुख हैं और उन्होंने हाल ही में कहा था कि सीरिया में लगभग हर परिवार किसी न किसी लापता व्यक्ति से परिचित है।
सहायताकर्मी लापता
थमीन अल-ख़ीतान ने हमज़ा अल-अमारिन नामक एक मानवीय सहायताकर्मी का उल्लेख किया, जो कि सीरियाई नागरिक प्रतिरक्षा में स्वैच्छिक कार्यकर्ता के रूप में कार्यरत थे। वह इस वर्ष 16 जुलाई को सुवैदा में हिंसा के दौरान मानवीय आधार पर लोगों को बाहर निकालने के एक प्रयास के दौरान लापता हो गए थे, और अभी तक उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है।
यूएन कार्यालय प्रवक्ता ने कहा कि सरकारी सुरक्षाबलों और सभी हथियारबन्द तत्वों को मानवीय सहायताकर्मियों का सदैव सम्मान करने की आवश्यकता है, हर स्थान पर। जैसा कि अन्तरराष्ट्रीय मानवाधिकार क़ानून और मानवतावादी क़ानून में स्पष्ट रूप से उल्लिखित है।
उन्होंने कहा कि मानवाधिकार उल्लंघन व दुर्व्यवहार मामलों में जवाबदेही व न्याय सुनिश्चित किया जाने होंगे, वर्तमान और अतीत में अंजाम दिए गए मामलों के लिए, ताकि सीरियाई नागरिकों के लिए एक शान्तिपूर्ण व सुरक्षित भविष्य को आकार दिया जा सके।