बताया जा रहा है कि दिल्ली कार ब्लास्ट एक फिदायीन हमला था। आरोपी डॉक्टर उमर मोहम्मद ने खुद को कार उड़ा लिया। सीसीटीवी फुटेज में उसका कटा हाथ मिला है। हालांकि, डीएनए से ही तस्वीर साफ हो पाएगी कि क्या सच में उसने खुद को बम से उड़ा लिया।
फरीदाबाद कांड में पुलिस पहले ही जम्मू कश्मीर से जुड़े 3 डॉक्टरों डॉ. मुजम्मिल शकील, डॉ. अदील अहमद राथर और डॉ. शाहीन शाहिद को गिरफ्तार कर चुकी है। इन्हें अमोनियम नाइट्रेट की सप्लाई, बम बनाने की प्लानिंग और लॉजिस्टिक्स में शामिल हो सकते हैं। अब सवाल उठ रहा है कि क्या चारों आतंकी एक-दूसरे से जुड़े हैं, क्या उमर ने अपने साथी डॉक्टरों के पकड़े जाने पर हड़बड़ी में यह हमला किया?
दावा किया जा रहा है कि हरियाणा नंबर की कार उमर मोहम्मद की थी। फरीदाबाद में छापेमारी के बाद ये लोग किसी अन्य स्थान पर ब्लास्ट करने जा रहे थे, लेकिन गलती से लाल किले के पास ब्लास्ट ट्रिगर हो गया। इस पूरे कांड में अब जांच एजेंसियां पडताल कर रही हैं।
क्या बोला मुजम्मिल का परिवार : फरीदाबाद में अपने किराए के कमरे से 360 किलोग्राम विस्फोटक बरामद होने के बाद गिरफ्तार किए गए डाक्टर मुजम्मिल गनई के परिवार ने मंगलवार को दावा किया कि उसके आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का कोई संकेत नहीं मिला है। मुजम्मिल के भाई आजाद शकील ने पुलवामा स्थित अपने आवास पर पत्रकारों को बताया कि यह आरोप लगाया जा रहा है कि वह एक बड़ा आतंकी है। हमें इसकी कोई जानकारी नहीं है। पिछले पांच दशकों से हमारे परिवार के किसी भी सदस्य के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं है।
उमर की मां का डीएनए टेस्ट : पुलिस ने मंगलवार को उमर की मां को डीएनए परीक्षण के लिए जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में बुलाया। एक अधिकारी ने कहा कि हम विस्फोट स्थल पर मिले शवों के टुकड़ों से मिलान के लिए संदिग्ध की मां को डीएनए नमूने लेने के लिए ले गए हैं।
एक्शन में फरीदाबाद पुलिस : फरीदाबाद पुलिस ने अल फलाह यूनिवर्सिटी में डॉ. मुज़म्मिल के साथ काम करने वाले छात्रों, प्रिंसिपल और फैकल्टी सदस्यों से पूछताछ की। 52 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की गई। फरीदाबाद पुलिस ने 6 लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे आतंकी मॉड्यूल के बारे में पूछताछ कर रही है।
गौरतलब है कि 10 नवंबर की सुबह ही इस मॉड्यूल से 2,900 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद हुई थी। इसमें में 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट, डिटोनेटर, टाइमर, और इलेक्ट्रॉनिक सर्किट्स शामिल थे। इस मॉड्यूल में ज्यादातर कश्मीर के डॉक्टर शामिल थे, जो फरीदाबाद और एनसीआर में किराए के मकानों में विस्फोटक जमा कर रहे थे।
edited by : Nrapenrda Gupta