अब युवा मुक्केबाजों का सपना पूरा करने में जुटी हैं मैरीकॉम
इंफाल। 5 बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरीकॉम चाहती हैं कि उन्हें अपने शुरुआती करियर में जो सुविधाएं नहीं मिलीं, वे उदीयमान मुक्केबाजों को मिलें और इसलिए वे अपनी क्षेत्रीय अकादमी को विस्तार देती जा रही हैं। हालांकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इसका उद्घाटन का उन्हें अब भी इंतजार है।
मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले के लांगोल पहाड़ियों में मैरीकॉम बॉक्सिंग अकादमी है, जो 3.3 एकड़ में फैली है। यह राज्य की राजधानी इंफाल के मुख्य केंद्र से 10 किमी दूर है। इस 3 मंजिला इमारत में अभी 45 युवा मुक्केबाज हैं जिसमें 20 लड़कियां शामिल हैं।
मैरीकॉम के पति और अकादमी के प्रबंध निदेशक ओनलर कारोंग ने कहा कि मैरी उस खेल को वापस कुछ देना चाहती है जिसने उसे लोकप्रिय बनाया और यह उसका सपना सच होने जैसा है। हम मणिपुर और देश के अन्य भागों में अधिक अकादमियां चाहते हैं। अत्याधुनिक उपकरणों और सुविधाओं के कारण मुझे लगता है कि भारत में यह इस तरह की पहली अकादमी है। यह पहली पूर्णकालिक मुक्केबाजी अकादमी है जिसमें मुक्केबाजों के लिए सभी आधुनिक सुविधाएं हैं।
मैरीकॉम और अकादमी को हालांकि औपचारिक उदघाटन के लिए मोदी का इंतजार है। इस संबंध में पूर्व में प्रधानमंत्री से आग्रह किया गया था। ओनलर ने कहा कि इसे तैयार हुए लगभग 2 साल हो गए हैं। हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री औपचारिक तौर पर इसका उदघाटन करें और इसलिए हम इंतजार कर रहे हैं। अकादमी भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) का एक्सटेंशन सेंटर भी है। यह मैरीकॉम क्षेत्रीय मुक्केबाजी फाउंडेशन का हिस्सा है।
ओनलर ने कहा कि खेल सचिव (राहुल भटनागर) यहां आए थे और उन्होंने अकादमी को देखा। हम प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री से 3 बार मिले और उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रधानमंत्री इसका उद्घाटन करेंगे। हमें उम्मीद है कि इस साल किसी भी समय ऐसा होगा। (भाषा)