10 bad vices habits: जीवन में सम्मान और आत्म सम्मान बहुत बड़ी चीज है। कई लोग अच्छे कर्मों या आदतों वाले होते हैं लेकिन मजबूरी के कारण लोगों का अपमान झेलना पड़ता है। जो लोग अपमान कर रहे हैं कर्म का सिद्धांत एक दिन उन्हें भी इसके लिए मजबूर कर देता है। लेकिन हम यहां बता रहे हैं उन 10 आदतों को जिसके कारण आदमी दूसरे की नजरों में तो गिर ही जाता है एक समय आने पर खुद की नजरों में भी गिर जाता है।
1. झूठ बोलना : लोगों को सच की ताकत और महत्व पता नहीं है शायद इसीलिए वे अनावश्यक रूप से भी झूठ बोलते रहते हैं। कई बार लोग अपनी धाक जमाने या सम्मान प्राप्त करने के लिए भी झूठ बोलते हैं। वे डींगें हांकते हैं। साधारण बात को बढ़ा चढ़ाकर कहते हैं या गप्प मारते रहते हैं। ऐसे लोगों की जब पोल खुलती है तो फिर लोग उन्हें सम्मान की दृष्टि से नहीं देखते हैं। एक बार मान सम्मान और विश्वास गया तो फिर कभी हासिल नहीं होता है।
2. बुराई करना : कई लोगों को दूसरे लोगों की बुराई करने की आदत होती है। उन्हें निंदा करने में बड़ा मजा आता है। दूसरों पर हमेशा अंगुली उठाने वाले ये नहीं सोचते हैं कि खुद कितनी गलतियां करते हैं या खुद में कितनी बुराईयां हैं। कई लोगों को देखा है तो इसकी बुराई उससे और उसकी बुराई इससे भी करते रहते हैं। ऐसे लोगों के बारे में जब लोगों को पता चलता है तो समाज में उनकी इज्जत नहीं रह जाती है।
3. साफ सफाई का ध्यान नहीं रखना : कई लोग हैं जो अपने शरीर और घर की गंदगी पर ध्यान नहीं देते हैं। साफ सुधरा रहना और साफ कपड़े पहना जरूरी है। लेकिन कुछ लोग हैं जिन्हें गंदगी से कोई फर्क नहीं पड़ा। उनका घर भी बिखरा बिखरा रहता है या वे कभी समय पर नाखून काटने, बाल काटने और अपने शरीर को अच्छे से साफ करने के बारे में लापरवाह रहते हैं। वे समय पर जूते भी साफ नहीं करते हैं। ऐसे लोगों से सफाई पसंद लोग दूर रहना ही पसंद करते हैं और ऐसे लोगों के पास लक्ष्मी भी नहीं टिकती है।
4. आलसी लोग : हर कार्य में आलस करने से लोगों के बीच यह छवि निर्मित हो जाती है कि ये तो आलसी व्यक्ति है। ऐसे लोगों पर कर्मण लोग भरोसा नहीं करते हैं। उन्हें कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नहीं सौंपी जाती है। आलसी लोग जीवन में कभी सफल नहीं होते हैं क्योंकि उनका हर कार्य पेंडिंग ही रहता है। ऐसे लोगों को सम्मान भी नहीं मिलता है। बाद में ये लोग पछताते हैं।
5. कंजूस और लालची : रुपये पैसों को लेकर कंजूस और लालची लोगों को कोई अच्छी नजर से नहीं देखता है। कहते हैं कि लालच एक बुरी बला है। ऐसे लोग न तो खुद अच्छे से जी पाते हैं और न ही अपने परिवार को एक बेहतर जीवन दे पाते हैं। उनका पैसा धरा का धरा ही रह जाता है जो बाद में किसी तीसरे के काम ही आता है। दूसरों का धन हड़पने की इच्छा भी ऐसे लोगों में रहती है।
6. चोरी करना : कई लोग ऐसे हैं जो पेशेवर चोर तो नहीं होते हैं लेकिन उनकी ऐसे ही छोटी मोटी चीजें चुराने की आदत होती है। वे कहीं भी शादी समारोह में जाते हैं तो चम्मच चोर लेते हैं या किस के घर जाते हैं तो पेन पेंसिल जैसी चीजें चोर लेते हैं। इस आदत का जब आसपास के लोगों को पता चलता है तो फिर वे सभी सतर्क हो जाते हैं। खासकर तो सबसे पहले परिवार के लोग और दोस्तों को ही इस हरकत का पचा चलता है। ऐसे लोगों की कोई इज्जत नहीं करता है। कई लोग दूसरे के विचार की चोरी करके उसे अपना बनाकर पेश करते हैं। ऐसे लोगों की पहचान होने पर वे भी सम्मान खो देते हैं।
7. कठोर और नकारात्मक वचन कहना : कई लोगों की आदत होती है कि वे हर बात में निगेटिविटी खोज लेते हैं और दूसरों की हर बात को काटते हैं। इनमें से कई लोग तो कठोर, कटु या कड़वे बोल बोलने वाले भी होते हैं जिन्हें काली जुबान का भी कहते हैं। नाकारात्मक ही सोचना और नकारात्मक ही बोलने वाले लोगों की कोई इज्जत नहीं करता है।
8. बकवास (बिना कारण बोलते रहना): कई ऐसे लोग हैं जिनसे राय मांगी नहीं जाती फिर भी देते हैं। दो लोगों की बातचीत में वे जबरन इंटरफेयर करते हैं और हर विषय पर एक्सपर्ट की तरह बाते करते हैं। दरअसल, वे बकवास करते रहते हैं और बिना कारण भी बोलते रहते हैं। ऐसे लोगों को पहचान कर लोग उनसे दूर रहते हैं।
9. दोहरे अर्थ वाले संवाद : यदि आपकी भी आदत ऐसे ऐसे संवाद या वाक्य को बोलने की जिसके दोहरे अर्थ निकलते हों जिसमें से एक अर्थ हमेशा अश्लीलताभरा होता है जो निश्चित ही आपकी इज्जत लोगों की नजरों में कम होने वाली है। आप लोगों की नजरों में गिर जाओगे। कुछ लोग होते हैं जो अपने दोस्तों के बीच हमेशा कामुकता भरी बातें ही करते रहते हैं या हर बात को उसी ओर मोड़ देते हैं। ऐसे लोगों से भी दूर रहना ही अच्छा है।
10. खुद परस्त : कई लोग होते हैं जो खुद की तारीफ सुनना पसंद करते हैं और वे चाहते हैं कि लोग उनका सम्मान करें। वे अपने शरीर को और विचारों को ज्यादा महत्व देते हैं। उन्हें चापलूस लोग पसंद होते हैं। ऐसे लोग भी बहुत जल्द ही मान सम्मान खो देते हैं। प्रस्तुति अनिरुद्ध जोशी