• Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. धर्म-दर्शन
  3. धार्मिक आलेख
  4. 10 special things about Kalki Avatar
Written By
Last Updated : मंगलवार, 2 अगस्त 2022 (17:37 IST)

कल्कि अवतार के बारे में 10 खास बातें

कल्कि अवतार के बारे में 10 खास बातें - 10 special things about Kalki Avatar
Kalki avatar: कल्कि अवतार को भगवान विष्णु का भविष्य का 10वां अवतार माना जाता है। यह अवतार कब होगा, कहां होगा और कैसा होगा। आओ जानते हैं 10 खास बातें।
 
 
1. पुराणों में कल्कि अवतार के कलियुग के अंतिम चरण में आने की भविष्यवाणी की गई है। कल्कि अवतार कलियुग व सतयुग के संधिकाल में होगा। मत्स्य पुराण के द्वापर और कलियुग के वर्णन में कल्कि के होने का वर्णन मिलता है।
 
2. पुराणों में कल्कि अवतार के संभल ग्राम में जन्म लेने की भविष्यवाणी है। संभल ग्राम उत्तर प्रदेश और ओड़ीसा में है। स्कंद पुराण के दशम अध्याय में स्पष्ट वर्णित है कि कलियुग में भगवान श्रीविष्णु का अवतार श्रीकल्कि के रुप में सम्भल ग्राम में होगा।
 
3. पुराणों में बताया गया है कि कलियुग के अंत में भगवान कल्कि अवतरित होंगे। वे एक सफेद घोड़े पर बैठ कर आएंगे और राक्षसों का नाश कर देंगे। कल्कि देवदत्त नामक घोड़े पर सवार होकर संसार से पापियों का विनाश करेंगे और धर्म की पुन:स्थापना करेंगे।
 
4. कल्कि नाम से एक पुराण भी है। 
 
5. यह अवतार 64 कलाओं से युक्त होगा। 
 
6. विष्णुयशा नामक तपस्वी ब्राह्मण के घर भगवान कल्कि पुत्र रूप में जन्म लेंगे।
 
7. 'अग्नि पुराण' के सौलहवें अध्याय में कल्कि अवतार का चित्रण तीर-कमान धारण किए हुए एक घुड़सवार के रूप में किया हैं और वे भविष्य में होंगे।
 
8. कल्कि पुराण के अनुसार वह हाथ में चमचमाती हुई तलवार लिए सफेद घोड़े पर सवार होकर, युद्ध और विजय के लिए निकलेगा म्लेच्छों को पराजित कर सनातन राज्य स्थापित करेगा।
 
9. कल्कि अवतार के नाम पर वर्तमान में धर्म का धंधा चल रहा है। लोगों ने मंदिर बना लिए हैं। उनके भजन, आरती और चालीसा भी बन चुके हैं। उनके नाम पर फंड भी एकत्रित किया जाता है।
 
10. कल्कि अवतार को लेकर भ्रम और मतभेद भी मौजूद हैं। बहुतों का कहना है कि वे हो चुके हैं। बहुतों का कहना है कि उन्होंने जन्म ले लिया है और वे समय पर सामने आएंगे। असल में यह कोई नहीं जानता है कि वे कब होंगे या हो चुके हैं या अभी वर्तमान में हैं।
ये भी पढ़ें
नागपंचमी के पावन पर्व पर कालेश्वर धाम नाग मंदिर में हुई विशेष पूजा