पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ता की चाकू मारकर हत्या, चुनाव बाद हिंसा में 53 भाजपाइयों की मौत
कांठी। भाजपा ने रविवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले में तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने पार्टी के एक सदस्य की पीट-पीटकर हत्या कर दी। हालांकि, सत्तारूढ़ पार्टी ने इस आरोप को खारिज कर दिया।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अपने संबोधन में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रदर्शन का विशेष उल्लेख किया और आरोप लगाया कि चुनाव बाद हिंसा में राज्य में पार्टी के 53 कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई जबकि एक लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा।
पुलिस ने बताया कि भगवानपुर इलाके में एक कॉलेज के पास केलेघई नदी के किनारे शंभु मैती नाम के व्यक्ति का शव मिला, जिसके शरीर पर चाकू के घाव के कई निशान थे। उन्होंने बताया कि इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और सभी पहलुओं से जांच की जा रही है।
भगवानपुर के भाजपा विधायक रवींद्रनाथ मैती ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस से कथित तौर पर समर्थन पाने वाले गुंडों ने मोहम्मदपुर गांव में मध्यरात्रि को शंभु को घर से बाहर निकलने के लिए कहा और उसकी पीट-पीट कर हत्या कर दी।
उन्होंने कहा कि चुनाव के 8-9 महीने बाद भी तृणमूल कांग्रेस द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या की जा रही है और यह पार्टी विपक्षियों को स्वच्छंद जगह देने में नहीं बल्कि हत्या और रक्तपात की राजनीतिक में विश्वास करती है।
उन्होंने कहा कि अगर पुलिस दोषियों को गिरफ्तार नहीं करती है तो भाजपा प्रदर्शन शुरू करेगी। स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि शंभु भाजपा में आपसी लड़ाई का ही शिकार हुआ है और यह पार्टी इलाके में व्याप्त शांति में बाधा डालने का प्रयास कर रही है।
भाजपा ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद से कम से कम 30 पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है। इस पर तृणमूल कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी पारिवारिक झगड़ों और स्थानीय विवादों की घटनाओं को गलत तरीके से पेश करके राजनीतिक लाभ हासिल करने की कोशिश कर रही है।