अब और आसान होगी अमरनाथ यात्रा, यात्रियों के लिए चल सकती हैं बैटरी कारें, प्राइवेट वाहनों के लिए सड़क मार्ग भी होगा तैयार
जम्मू। अमरनाथ यात्रा में शामिल होने वालों के लिए यह खुशी वाली खबर होगी कि इस बार अमरनाथ यात्रा मार्ग पर बैटरी कार चलेगी जिससे यात्रा आसान हो जाएगी। और अगर अधिकारियों पर विश्वास करें तो अगर सब ठीक रहा तो जल्द ही प्राइवेट वाहनों के लिए भी सड़क मार्ग तैयार किया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि इस बार अमरनाथ यात्रा मार्ग पर बैटरी चलित कारों को चलाने की तैयारी की जा रही है। विभागीय अधिकारियों को बैटरी कारों को चलाने की संभावनाएं तलाशने को कहा गया है। अमरनाथ श्राइन बोर्ड श्रीनगर से बालटाल तक हेलीकॉप्टर सेवा चलाने की संभावनाओं पर भी काम कर रहा है। जमीनी स्तर पर इन नई व्यवस्थाओं से देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिलेगी।
अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सूत्रों के अनुसार यात्रियों की सुविधाओं के विस्तार के लिए कई दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं। विभागीय अधिकारियों से यात्रा से पूर्व पोनी, पोनी वाले, दांडी वाले और पालकी वालों की पंजीकरण प्रक्रिया को सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार पहलगाम यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं जुटाने के लिए विभिन्न टेंडर जारी करने की प्रक्रिया आरंभ की जाने वाली है और बहुत जल्द बालटाल मार्ग पर भी सुविधाएं जुटाने के लिए ऐसे टेंडर जारी किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जैसे ही पीडब्ल्यूडी बालटाल से और पहलगाम डेवलपमेंट अथॉरिटी पहलगाम की तरफ से रास्ते खोल देगी, सुविधाओं के प्रबंधों को लेकर काम शुरू हो जाएगा।
सूत्र बताते थे कि उपराज्यपाल ने यात्रा क्षेत्र में बैटरी कार चलाने की संभावनाओं को भी तलाशने का निर्देश दिया और आधार शिविरों व यात्रा मार्ग पर साफ-सफाई की तरफ विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। उन्होंने पिट्ठू, पालकी व घोड़े वालों का समय पूर्व पंजीकरण करने, दुकानों व टेंट लगाने की समय पर अनुमति दिए जाने का भी निर्देश दिया है।
बताया जाता है कि वार्षिक अमरनाथ यात्रा 2022 की तैयारियों को लेकर जल्द ही बोर्ड के अधिकारियों की बैठक आयोजित की जाने वाली है। एक अधिकारी के मुताबिक इस बार की यात्रा में श्रद्धालुओं के पंजीकरण, उनकी सुरक्षा के लिए उठाए जाने वाले कदमों, हेलीकॉप्टर सुविधा, यात्रा मार्ग में लंगरों की व्यवस्था व पहलगाम यात्रा मार्ग पर आधार शिविरों में श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं के प्रति कवायद आरंभ कर दी गई है। यह बात अलग है कि अभी तक सरकारी तौर पर अमरनाथ यात्रा को करवाए जाने की तारीखें की घोषणा होना बाकी है।