मोदी की कश्मीर यात्रा के दौरान अलगाववादियों को किया नजरबंद, इंटरनेट सेवाएं व स्कूल-कॉलेज बंद रखे
जम्मू। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कश्मीर यात्रा के खिलाफ अलगाववादियों द्वारा आहूत 'लाल चौक चलो' मार्च को विफल करने के लिए प्रशासन ने कश्मीर के कई हिस्सों में अघोषित कर्फ्यू की पाबंदियों को लागू किया था।
इस दौरान पुलिस ने जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) प्रमुख यासिन मलिक को कुछ दिन पहले ही गिरफ्तार कर लिया था, वहीं आज शनिवार को रैली निकालने की कोशिश करते हुए हुर्रियत कांफ्रेंस (एम) चेयरमैन मीरवायज उमर फारुक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया जबकि हुर्रियतकांफ्रेंस (जी) चेयरमैन सईद अली शाह गिलानी को नजरबंद कर दिया।
सईद अली शाह गिलानी, मीरवायज उमर फारुक और यासिन मलिक के संयुक्त प्रतिरोध नेतृत्व (जेआरएल) ने शनिवार को प्रधानमंत्री की कश्मीर यात्रा के खिलाफ 'लाल चौक चलो' मार्च का आह्वान किया था। अलगाववादियों के इस कदम को विफल करने के लिए सुरक्षाबलों ने सईद अली शाह गिलानी को उनके घर में नजरबंद कर दिया है, जबकि मीरवाइज उमर फारुक को हिरासत में ले लिया। इतना ही नहीं, पुलिस ने अलगाववादियों के घरों पर छापा भी मारा है, वहीं श्रीनगर में एहतियातन सुरक्षा बलों की तैनाती भी बढ़ा दी गई थी।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घाटी में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए शनिवार को लाल चौक और उसके आसपास के इलाकों में प्रतिबंध लागू किए गए थे। श्रीनगर के पुराने शहर को पूरी तरह से सील कर दिया गया था। आजादी समर्थक और देश विरोधी प्रदर्शनों के गढ़ पुराने शहर की गलियों और सभी सड़कों पर सुरक्षाबलों को तैनात किया गया था।
अधिकारियों के अनुसार वे किसी भी तरह का जोखिम नही उठाना चाहते थे इसलिए पुराने शहर में सख्त कर्फ्यू लागू करने के निर्देश दिए गए थे। इस बीच पीएम मोदी के दौरे के विरोध में अलगाववादियों के बंद से घाटी में जनजीवन प्रभावित रहा। सुरक्षा कारणों से प्रशासन ने सारे राज्य में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी थीं तथा कश्मीर में स्कूल व कॉलेज दिनभर के लिए बंद कर दिए गए थे।