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Last Modified: सोमवार, 1 मई 2017 (20:32 IST)

बीएसएफ में ड्रग्स के मामले में 'जीरो टालरेंस'

बीएसएफ में ड्रग्स के मामले में 'जीरो टालरेंस' - Indian Army, Border Security Force
जालंधर। सीमा पार से पंजाब में हेरोइन की तस्करी में सीमा सुरक्षाबल के जवानों के पाक तस्करों से मिलीभगत के आरोपों को खारिज करते हुए बल के पंजाब फ्रंटियर ने कहा है कि बल में मादक पदार्थों के मामले में 'जीरो टालरेंस' है और ऐसे मामले में सेवा तक समाप्त कर दी जाती है।
 
सीमा सुरक्षाबल के पंजाब सीमांत के महानिरीक्षक मुकुल गोयल ने कहा, सीमा सुरक्षाबल में ड्रग्स अथवा मादक पदार्थों के मामले में जीरो टालरेंस है। अगर कोई जवान तस्करी में संलिप्त पाया जाता है तो उसकी सेवा तक समाप्त कर दी जाती है। हम यह कतई बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। यह पूछने पर कि तस्करी के सिलसिले में पिछले कुछ सालों में बल के कई जवान पकड़े गए हैं तो उन्होंने कहा कि कुछ जवानों पर कार्रवाई की गई  है लेकिन कुछ के लिए पूरे बल पर आरोप लगाना ठीक नहीं है।
 
पंजाब की पूर्ववर्ती अकाली भाजपा सरकार बीएसएफ पर पाक तस्करों से मिलीभगत के आरोप लगाते रहते थे, तो महानिरीक्षक ने कहा, मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं लेकिन केवल कुछ जवानों के कारण पूरे बल पर आरोप लगाना सही नहीं है। बीएसएफ हर समय प्रदेश की सीमा पर प्रहरी की भांति तैनात है और अपने कर्तव्‍य का पालन कर रहा है। 
 
उन्होंने कहा, मैंने पहले भी कहा है कि ड्रग्स के मसले पर बल के अंदर जीरो टालरेंस है और हम इसे बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं और जो ऐसा करते हुए पाए जाते हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होती है तथा उनकी सेवा तक समाप्त कर दी जाती है। 
 
हाल ही में प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के बीच हुई मुलाकात और बीएसएफ की और कंपनियां मांगे जाने के बारे में पूछे जाने पर गोयल ने कहा, मुझे इस बारे में पता नहीं है। हमारे पास मौजूद मैन पावर से हम पंजाब में अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा का दायित्व बखूबी निभा रहे हैं। अगर ऐसा है, तो अतिरिक्त जवान मिलने पर हम दुश्मनों से अपनी सीमा की सुरक्षा और बेहतर ढंग से कर पाएंगे। 
 
सीमा पर सड़क बनाने के बारे में पूछने पर अधिकारी ने कहा, सीमा सुरक्षा घेरा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के बीच की जगह पर भी किसान खेती करते हैं और वहां सड़क बनाने के लिए हमें भूमि अधिग्रहण करना होगा। इसके अलावा उसे जोड़ने के लिए भी भूमि अधिग्रहण की जरूरत होगी। यह काम प्रक्रियाधीन है और इस पर काम हो रहा है।
 
इससे पहले महानिरीक्षक ने यह भी कहा था कि अटारी सीमा पर बीटिंग रीट्रीट के लिए स्टेडियम का निर्माण चल रहा है जिसमें 25 हजार दर्शक बैठ सकते हैं और अगर सब ठीक रहा तो यह काम इस साल स्वतंत्रता दिवस तक पूरा कर लिया जाएगा। (भाषा)
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