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Written By WD Feature Desk

डायपर से जुड़े इन भ्रमों पर अक्सर लोग कर लेते हैं भरोसा, जानें क्या है इनकी सच्चाई

बच्चों की मुलायम और सेंसिटिव स्किन के साथ ना करें लापरवाही, जानें कौन-से डायपर हैं आपके बच्चे के लिए Best

baby diaper myths and facts in hindi
baby diaper myths and facts in hindi

Myths and Facts about Baby Diaper: बच्चों की स्किन मुलायम और सेंसिटिव होती है। जरा सी लापरवाही से बच्चे को कई तरह की स्किन प्रॉब्लम होने का खतरा रहता है। जब बच्चों को डायपर पहनाते हैं तब भी कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

डायपर पहनाने से न सिर्फ पेरेंट्स का बार-बार पैंट्स बदलने का वक्त बचता है, बल्कि कपड़े भी कम धोने पड़ते हैं। बाजार में कई ब्रांड्स के डायपर अलग-अलग खुशबुओं में मौजूद हैं। डायपर देखने और इस्तेमाल करने में बेशक बहुत सुविधाजनक हो, पर इससे जुड़े कई मिथक हैं, जिस पर न्यू पेरेंट्स बिना कोई रिसर्च किए भरोसा कर लेते हैं।ALSO READ: बच्चों को चीनी खिलाने की सही उम्र क्या होती है? बच्चों को चीनी खिलने से पहले जान लें ये ज़रूरी बातें

मिथक : डायपर के इस्तेमाल से रैशेज हो जाते हैं।
सच्चाई : डायपर से जुड़ा सबसे आम मिथक है कि इसके इस्तेमाल से रैशेज हो जाते हैं। लेकिन इस बात में पूरी सच्चाई नहीं हैं। डायपर का उपयोग करने से आपके बच्चे के निचले हिस्से पर रैशेज नहीं होते हैं। बल्कि ठीक तरह से क्लीनिंग और ड्राई न होने पर बच्चों के निचले भाग में रैशेज हो जाते हैं। कई बार पेरेंट्स लंबे समय तक बच्चों का डायपर नहीं बदलते हैं। बच्चों को डायपर की वजह से होने वाले रैशेज से बचाने के लिए बार-बार नैपी बदलते रहना चाहिए। साथ ही एक अच्छी डायपर रैश क्रीम का उपयोग करना चाहिए।

मिथक : बड़े साइज का डायपर इस्तेमाल करने से रैशेज नहीं होते हैं।
सच्चाई : पेरेंट्स को लगता है कि वह अपने बच्चे के साइज से बड़े डायपर का इस्तेमाल करेंगे, तो इससे रैशेज की प्रॉब्लम नहीं होती है। एक बार फिर, यह पूरी तरह से एक मिथक है। डायपर रैशेज तब होते हैं जब बच्चे की त्वचा और उसके गीले डायपर के बीच घर्षण होता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपको बच्चों के लिए बड़े साइज का डायपर खरीदना चाहिए। डायपर आपके बच्चे के पहनने वाले कपड़ों की तरह होने चाहिए - अच्छी तरह से फिट होने वाले और आरामदायक। यदि डायपर का आकार बहुत बड़ा है, तो आप बहुत अधिक लीक हो सकता है, जिसकी वजह से आपको परेशानी हो सकती है।

मिथक : डायपर बदलते समय उस हिस्से पर बेबी पाउडर का इस्तेमाल करना चाहिए।
सच्चाई : डायपर की वजह से बच्चों को रैशेज की प्रॉब्लम न हो, इसके लिए लोग डायपर बदलते समय बच्चों के निचले हिस्से पर बेबी पाउडर डालते हैं। लेकिन डॉक्टर का कहना है कि डायपर बदलते समय उस हिस्से पर बेबी पाउडर या किसी भी अन्य तरह के पाउडर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स बेबी पाउडर का बिल्कुल भी उपयोग न करने की सलाह देता है। अगर आप चाहते हैं बच्चों को रैशेज न हो, तो इसके लिए पाउडर नहीं बल्कि क्रीम का इस्तेमाल करें।
(Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
 
 
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