'मंगल ग्रह' के संबंध में स्त्रियों का भय और भ्रम हुआ दूर
मुंबई से आए श्रद्धालुओं ने किए दर्शन और गुरुजी ने किया भम्र और भय दूर
अमलनेर- Mangal Grah Mandir Amalner: मुंबई के विभिन्न सरकारी विभागों में कार्यरत महिला श्रद्धालुओं ने मंगलवार को जलगांव में एक धार्मिक कार्यक्रम के लिए जाते समय भगवान मंगल देवता के दर्शन किए। इस अवसर पर मंदिर के गुरुजी द्वारा शनि और मंगल के बारे में दी गई जानकारी के बाद महिला भक्तों की मंगल देव के बारे में गलतफहमी दूर हुई।
श्री सतगुरु अनिरुद्ध बापू के कार्यक्रम के लिए सैकड़ों की संख्या में पुरुष व महिला श्रद्धालु मुंबई से रवाना हो चुके हैं। मंगलवार की देर शाम कुछ महिला श्रद्धालुओं ने मंगलग्रह देव मंदिर में प्रवेश किया। मंदिर में आने के बाद पुरुष श्रद्धालुओं ने भगवान मंगल के दर्शन किए। लेकिन कुछ पुराणों में कहा गया है कि महिलाओं को शनिदेव के दर्शन नहीं करने चाहिए। मंगल ग्रह के बारे में भय और गलतफहमी के कारण कई महिला भक्त मंदिर के मुख्य द्वार के बाहर खड़ी हो गईं।
श्री मंगल देव मंदिर के पुजारी प्रसाद भंडारी गुरुजी ने जब यह देखाकि महिलाओं में ग्रह के बारे में गलतफहमी है तब वे उन महिला भक्तों से मिले और उनसे पूछताछ की। भंडारी गुरुजी ने कहा कि देवताओं और राक्षसों के युद्ध में मुख्य सेनापति के रूप में मंगलदेव का प्रमुख स्थान था। इसलिए मंगल का प्रभाव मानव जीवन पर भी महसूस किया जाता है। नवग्रह में मंगल को दानी कहा गया है। अतः गुरुजी ने मन में बिना किसी भय के दर्शन करने को कहा।
इस मौके पर मुंबई के वस्तु एवं सेवा कर विभाग की स्वाति मुंडके, मंदिर अध्यक्ष दिगंबर महाले, सुरेश बाविस्कर, जयश्री साबे आदि मौजूद रहे।-Advertorial