• Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. धर्म-दर्शन
  3. मंगल देव
  4. Rajneeti me safal hone ke upay
Written By अनिरुद्ध जोशी
Last Updated : बुधवार, 22 मई 2024 (17:39 IST)

कौन से वार को व्रत रखने से राजनीति में चमकेगा किस्मत का तारा?

कौन से वार को व्रत रखने से राजनीति में चमकेगा किस्मत का तारा? - Rajneeti me safal hone ke upay
Success in politics astrology : ऐसे भी कई लोग हैं जो सेना या पुलिस में नौकरी करना चाहते हैं। कई लोग हैं जो शासन-प्रशासन में काम करना चाहते हैं। हालांकि बहुत से लोग राजनीति में अपना भविष्य चमकाना चाहते हैं परंतु वे सफल नहीं हो पाते हैं। यदि आप भी राजनीति में सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहे हैं तो आपने मन में सवाल होगा कि ऐसा क्या करूं कि इस क्षेत्र में सफलता मिले तो जानिए कि कौन से वार को व्रत रखने से यह मनोकामना होगी पूर्ण।
 
मंगलवार है उच्च पद पर ले जाने वाला वार : हनुमानजी और मंगल देव का वार मंगलवार है। यह दोनों ही देव युद्ध, नेतृत्व और शासन संचालन आदि के देवता है। मंगल सेनापति स्वभाव का है। शुभ हो तो साहसी, शस्त्रधारी व सैन्य अधिकारी बनता है या किसी कंपनी में लीडर या फिर श्रेष्ठ नेता बनता है। मंगल अच्छाई पर चलने वाला है ग्रह है किंतु बुराई की ओर जाने की प्रेरणा मिलती है तो यह पीछे नहीं हटता और यही उसके अशुभ होने का कारण है।
 
यदि जातक मंगलवार का उपवार विधि विधान से करके हनुमानजी की उपासना करता है और मंगल देव की वस्तुओं का दान करता है तो उसकी कुंडली में मंगल शुभ फल प्रदान करने लग जाता है। ऐसे जातक में आगे चलकर नेतृत्व के गुण विकसित होते हैं और वह राजनीति, पुलिस या सेना में क्षेत्र में प्रगति करता है। 
 
किसके देव हैं मंगलदेव और हनुमानजी : वे लोग जिनका व्यवसाय बालू, मिट्टी और कृषि से संबंधित है अर्थात बिल्डर, डेवलपर्स, किसान, खेतिहर मजदूर, दलाल, सिविल इंजीनियर, आर्किटेक्ट आदि सभी लोगों के आराध्य देव मंगल माने गए हैं। इसके अलावा जो लोग पुलिस या सेना में हैं वे उनके देवता भी मंगलदेव ही है। इसी के साथ जिनकी कुंडली में मंगल दोष बताया जाता है उन्हें तो विशेष रूप से मंगलदेव की पूजा करना चाहिए। इसी के साथ ही जिनकी राशि मेष और वृश्चिक है उन्हें भी मंगलदेव की पूजा और आराधना करना चाहिए क्योंकि उक्त दोनों ही राशियों के स्वामी मंगलदेव ही है।
 
अमलनेर में है मंगलदेव का जागृत मंदिर : अधिक का मानना है कि मंगल पृथ्वी पुत्र है। इसका नाम भौम भी है। अत: इसकी उत्पत्ति पृथ्वी से हुई है। अमलनेर के मंगलग्रह मंदिर में मंगलदेव की प्राचीन और जागृत मूर्ति भू माता और पंचमुखी हनुमानजी के साथ विराजमान है। यहां पर लाखों भक्त मंगल दोष की शांति कराने के लिए और रोग मुक्ति की कामना से आते हैं।
 
यदि आप राजनीति में सफल होना चाहते हैं तो एक बार महाराष्ट्र के जलगांव जिले में धुले के पास मंगल ग्रह मंदिर में जाकर पूजा और अभिषेक जरूर करें। यहां पर बड़ी संख्‍या में राजनेता, किसान, सैनिक, पुलिस और सिविल इंजीनियर क्षेत्र से जुड़े लोग आकर मंगलदेव से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं और अपने अपने क्षेत्र में सफल होते हैं।

कैसे पहुंचे श्री मंगल देव मंदिर अमलनेर महाराष्ट्र | how to reach shri mangal dev graha mandir amalner maharashtra:
 
- जलगांव से अमलनेर की दूरी | jalgaon to amalner distance: यहां पहुंचने के लिए आप महाराष्ट्र के जलगांव पहुंचे। अमलनेर जलगांव जिले में ही स्थित एक गांव है। अमलनेर जलगांव से 58.1 किमी दूर है।
 
- धुले से अमलनेर की दूरी | dhule to amalner distance: आप यहां जाना चाहते हैं तो धुले नामक शहर पहुंचकर भी यहां से सड़क मार्ग से जा सकते हैं। धुले अमलनेर 36.4 किलोमीटर की दूरी पर है।
 
- अमलनेर से मंगलदेव मंदिर की दूरी | amalner to mangal dev mandir distance: अमलनेर गांव से श्री मंगल ग्रह के लिए मंदिर रास्ता करीब 2.5 किलोमीटर दूर का है। मंदिर तक के लिए कई वाहन उपलब्ध हैं।
 
पूरा पता है- मंगल ग्रह मंदिर, चौपड़ा रोड़, धनगर गली, अमलनेर, जिला जलगांव, महाराष्ट्र-425401 | Mangal Grah Mandir, Chopra Rd, Dhangar Galli, Amalner, Maharashtra 425401