दुल्हन को गोद में लेकर दूल्हे ने लिए सात फेरे...
छतरपुर। शादियां तो सभी की होतीं हैं और रोजाना ही होती हैं। पैट आज हुई इस शादी ने अनोखी मिसाल कायम कर रिश्ते और मानवता के नए आयाम स्थापित किए हैं।
मध्यप्रदेश के छतरपुर में एक युवा ने दिव्यांग लड़की से शादी कर उसे अपनी दुल्हन बनाया है। इतना ही नहीं वरमाला के समय स्टेज की कुर्सी पर बैठ कर तो वहीँ मंडप के नीचे दुल्हन को गोद में लेकर पवित्र अग्नि के सात फेरे और सात वचन लिए।
हीरालाल राठौर के बेटी रचना राठौर (जो छतरपुर तहसील में पटवारी के पद पर पदस्थ है) की शादी मोहन राठौर (जो व्यवसायी है) से सोमवार को हुई। दरअसल दूल्हा-दुल्हन दोनों की जोड़ी अनोखी है। इसमें दुल्हन रचना दिव्यांग है (बचपन से ही पैरों से असहाय है, जिसे 10 माह की उम्र में पोलियो हो गया था) वहीँ दूल्हा मोहन एक दम सही है।
देर शाम दूल्हा बरात लेकर दुल्हन के दर पर पहुंचा तो शादी कार्यक्रम के दौरान वरमाला के समय आया तो दिव्यांग दुल्हन को उसके भाई/बहन गोद में उठाकर स्टेज पर लेकर आए फिर कुर्सी पर बैठा कर ही वरमाला कर्यक्रम संपन्न कराया ठीक इसी तरह जब सात फेरों का समय आया तो दूल्हे ने अपनी दिव्यांग दुल्हन को गोद में उठाकर अग्नि के सात फेरे लगाए। यह नजारा देख मौजूद लोग भाव विभोर हो गए तो वहीँ दुल्हन की आंख में भी ख़ुशी के आंसू छलक उठे।
दुल्हन की बहन और महिला हॉकी खिलाड़ी रीना राठौर ने कहा कि ऐसी शादी उन्होंने अपने जीवन में पहली बार देखी है। नज़ारा देख एक ओर आंख में आंसू आ गए तो वहीँ दूसरी ओर ख़ुशी भी है कि बहन को फेरे लेने के लिए असहाय नहीं होना पड़ा। उसका जीवनसाथी उसे गोद में लेकर फेरे ली रहा था। जिससे दुल्हन सहित सभी बेहद खुश थे।