आयोजक भुवनेश सिंघल ने सुनाए अटल जी के साथ बिताए अंतिम दिनों के भावुक संस्मरणपूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर 24 दिसम्बर 2020 को विज्ञान भवन में सप्तम राष्ट्रीय अटल सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वाजपेयी जी पर वृतचित्र का प्रसारण भी किया गया।
आयोजन का प्रारम्भ सभी श्रोताओं के तिलक व पुष्प माला से स्वागत के साथ किया गया। अटल सम्मान समारोह के आयोजक व सुप्रसिद्ध कवि भुवनेश सिंघल ने बताया कि यह उनका सातवां आयोजन है जिसमें समाज के विभिन्न क्षेत्रों के कलाकारों, बुद्धिजीवियों, वैज्ञानिकों, कृषिवेत्ताओं, शिक्षाविदों, साहित्यकारों, समाजसेवियों, सैनिकों आदि सहित विभिन्न क्षेत्रों के देशभर से चुने 25 लोगों को अटल सम्मान भेंट किये गए।
ये अटल सम्मान अपनी भारतीय परम्परा व सस्कृति के अनुसार प्रदान किये गए। अटल जी को समर्पित इस आयोजन में देश-विदेश से प्राप्त सैकड़ों आवेदनों की गहन पड़ताल के बाद चयन समिति के सदस्य गायक कुमार विशु, साहित्यकार पं. सुरेश नीरव व पद्मश्री भजन सोपोरी द्वारा 25 अटल सम्मानों के लिए 25 श्रेष्ठतम लोगों का चयन किया गया था। अटल जी का जन्मदिन 25 दिसम्बर होने के चलते ही 25 अटल सम्मान दिए जाते हैं।
सिंघल ने यह भी बताया कि यह पहला अवसर है जब यह सम्मान कोरोना महामारी के चलते विज्ञान भवन में किया गया है, इससे पूर्व यह प्रतिष्ठित आयोजन प्रतिवर्ष संसद भवन में किया जाता रहा है। इस सम्मान समारोह की अध्यक्षता व दीप प्रज्जवलन भाजपा नेता व आयोजन के संरक्षक श्याम जाजू द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम के आयोजक भुवनेश सिंघल व संतोष टण्डन ने किया। मुख्य अतिथि के रूप मे उपस्थित लोकसभा सांसद मनोज तिवारी ने सभी अटल अवॉर्डियों को अपने कर कमलों से सम्मानित किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित मुख्य सचेतक प्रतिपक्ष दिल्ली विधानसभा अजय महावर ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज की।
वहीं आयोजन के चेयरमैन रोशन कंसल, डिप्टी चेयरमैन नवीन तायल, समाजसेवी नीरज गुप्ता आदि ने सभी आने वाले लोगों का स्वागत अभिनन्दन किया। चयनित सभी अवॉर्डियों को शंखनाद व मंत्रोच्चार के बीच भारतीय संस्कृति व परम्परा के अनुसार विशेष तरीके से सम्मान भेंट किए गए जिसमें सर्वप्रथम उनके सम्मान पत्र का वाचन किया गया तथा उनके प्रेरणामयी कार्यों को स्क्रीन पर दिखाया गया। तत्पश्चात उन्हें चौकी पर स्थान देकर उनका तिलक किया गया। उसके बाद मंदिर से विशेष तौर पर मंगाई पुष्प माला पहनाई गई, सर्टिफाईड सच्चे मोतियों की एक विशेष माला, गणेश जी के स्वरूप का विशेष श्रीफल, रामचरित मानस, ऋषिकेश हरिद्वार से मंगाया गया गंगाजल व गंगाजलि, अटल जी पर विशेष तौर पर तैयार चांदी का सिक्का, पर्यावरण का संदेश देती एक विशेष डायरी, से नो प्लास्टिक का संदेश देने के लिए एक कपड़े का थैला, कोरोना से बचाव के संदेश हेतु विशेष सूती कपड़े के मास्क, एक पेन, एक अंगवस्त्र, एक विशेष प्रतीक चिन्ह, आयुर्वेदिक काढ़ा, गौ माता की सीडी व सम्मान पत्र सहित कुल 15 वस्तुएं भेंट कर सम्मानित किया गया। इस वर्ष दिये गए 25 सम्मान निम्न प्रकार हैं....
1. अजय प्रसन्ना- बांसुरी वादक, बनारस घराना, अटल मुरली शिखर सम्मान-2020
2. विजय शंकर मिश्रा, तबला वादक, बनारस घराना, अटल वाद्य शिखर सम्मान-2020
3. पंकज शर्मा, आजतक सो सोरी फेम, अटल संवाद शिखर सम्मान-2020
4. वी.के.एस. सूद, अटल राष्ट्रीय शिखर सम्मान-2020
5. डॉ. कुमुद दीवान, ठुमरी गायिका, शास्त्रीय संगीत, अटल संगीत साधिका शिखर सम्मान-2020
6. सोनू शर्मा, मोटिवेशनल स्पीकर, अटल विश्व विभुति शिखर सम्मान-2020
7. शम्बूलिंग्या रचाया स्वामी, बैंगलूरू, कृषि के क्षेत्र में नये शोध करने के लिए
अटल कृषिवेत्ता शिखर सम्मान-2020
8. कपिल, यूथ आईकन, अटल जनजागृति शिखर सम्मान-2020
9. अतुल बंसल, शिक्षाविद्, अटल शिक्षाविद् शिखर सम्मान-2020
10. ए. के. चतुर्वेदी, सेना, सैन्य इंजिनियरिंग, अटल विभुति शिखर सम्मान-2020
11. हंसराज रेल्हान, सोनोटेक, हरियाणा, फिल्म जगत से, अटल कला कीर्ति शिखर सम्मान-2020
12. राजेश जैन चेतन सुप्रसिद्ध कवि व वक्ता, अटल शब्द-शिल्पी शिखर सम्मान-2020
13. पवन कुमार भूत, मीडिया, अटल मीडिया शिखर सम्मान-2020
14. मोनिका चौधरी, नारी उत्थान, अटल नारायणी शिखर सम्मान-2020
15. डॉ. अविनाश कुमार, वैज्ञानिक, गोवा, अटल विज्ञानिका शिखर सम्मान-2020
16. डॉ. प्रदीप भारद्वाज, हाई एल्टिट्यूट मेडिकल सर्विसेज के लिए, अटल नारायण सेवा सम्मान-2020
17. आन पराशर, हरियाणा, बेटी बचाओ अभियान, अटल विदुषी शिखर सम्मान-2020
18. पवन गौड़, समाज सेवा, कोरोना काल, अटल सेवा शिखर सम्मान-2020
20. सुनिता गौदारा, एशियन मैराथन गोल्ड मैडलिस्ट, अटल क्रीड़ा शिखर सम्मान-2020
21. संयुक्ता कुमारी केसरी, सामाजिक, सैल्यूट तिरंगा संगठन, अटल सेविका शिखर सम्मान-2020
22. खुशदीप बंसल, अटल वास्तुविज्ञ शिखर सम्मान-2020
23. अमित उप्पल, समाजसेवा, अटल सेवाश्री सम्मान-2020
24. रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल अश्वनी कुमार बक्शी, रक्षा, अटल शौर्य शिखर सम्मान-2020
इस अवसर पर कार्यक्रम संचालन कर रहे भुवनेश सिंघल ने अटल जी के साथ उनके अंतिम दिनो में बिताए क्षणों को सभी से साझा करते हुए बताया कि अटल जी की मृत्यु से महज कुछ दिन पहले उनके आवास कृष्ण मेनन मार्ग पर जाकर स्वयं अपने हाथों से अटल जी को सम्मानित किया था जो बाद में अटल जी के जीवन काल का उनके प्राप्त अंतिम सम्मान बन गया। सिंघल ने अटल जी के साथ बिताए ऐसे ही अनेक भावुक व अनछुए संस्मरणों को सभी के समक्ष साझा किया तथा अटल जी पर अनेक कविताएं भी सुनाई।
आयोजन की अध्यक्षता कर रहे श्याम जाजू ने अटल जी के साथ के अपने कइ्र्र संस्मरण सुनाए व यह भी बताया कि प्रतिवर्ष होने वाला यह अटल सम्मान समारोह कई मायने में विशेष है। एक तरफ जहां इसमें अपनी संस्कृति व परम्परा का निर्वहन किया जाता है वहीं यह अटल जी के प्रति भुवनेश सिंघल के अगाध समर्पण को भी दर्शाता है।
वहीं मनोज तिवारी ने सभी को संबोधित करते हुए अपने वक्तव्य में आयोजन को अनूठा बताते हुए कहा कि इस प्रकार से अपनी संस्कृति को दर्शाता व विभिन्न क्षेत्रों के कलाकारों को एक साथ एक मंच पर लाकर अटल जी के नाम पर सम्मानित करना ये हम सभी को बहुत को अटल जी के दिखाए मार्ग पर चलने को प्रेरित करता है। भुवनेश सिंघल और इनकी टीम ने इस कार्यक्रम को सात वर्ष पहले प्रारम्भ किया जब अटल जी जीवित थे। अटल जी के प्रति ऐसा समर्पण हम सबको अपने युग पुरूष के व्यक्तित्व व कृतित्व को जानने का एक विशेष अवसर देता है। जो लोग यहां पर सम्मानित हुए हैं मैं उनको अपनी शुभकामनाएं देता हूं और आशा करता हूं कि वह अटल जी के विचारों को और अधिक आगे ले जाएंगे व राष्ट्र की सेवा और अधिक लग्न व जिम्मेदारी के साथ करेंगे।
अजय महावर ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस वर्ष की थीम नई संसद-नया भारत रखी गई है जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भारव के नवनिर्माण के संकल्प को दर्शाने का सशक्त माध्यम है तथा अटल जी के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर आधारित वृतचित्र का प्रसारण देखकर अटल जी के महान गुणों को जानने का अवसर सभी को मिला है।
इस अवसर पर कत्थक नृतक नलिनी-कमलनी, एंकर संतोष टण्डन, महामंत्री डॉ. यू के चौधरी, कोषाध्यक्ष सुशील चौधरी, वीरेन्द्र खण्डेलवाल, अमर झा, विपिन कुमार, वैभव, सतीश वर्धन, प्रवीण गुप्ता, अनिल दाहिमा मुकेश वार्ष्णेय, प्रशांत द्विवेदी, देवेन्द्र रिडला, राजीव गुप्ता, अनिल जिंदल आदि भी उपस्थित रहे।