CBSE Board Exam 2021 Alert: 10वीं 12वीं बोर्ड परीक्षा देने वाले जान लें ये जरूरी बातें, CBSE ने छात्रों के लिए जारी किए ये नियम
नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने मंगलवार को 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा कार्यक्रमों की घोषणा की। दोनों बोर्ड परीक्षाएं 4 मई से शुरू होंगी। सीबीएसई द्वारा जारी परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार बोर्ड परीक्षाएं 4 मई से शुरू होंगी। इसके अनुसार 10वीं कक्षा की परीक्षा 7 जून तक चलेगी जबकि 12वीं कक्षा की परीक्षाएं 10 जून को समाप्त होंगी।
सामान्य तौर पर सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाओं के लिए प्रायोगिक परीक्षाएं जनवरी में शुरू होती हैं और लिखित परीक्षा फरवरी से शुरू होकर मार्च अंत या अप्रैल के पहले सप्ताह में समाप्त हो जाती हैं। लेकिन इस साल कोविड-19 के कारण परीक्षाओं में करीब 3 महीने की देरी हो रही है। ALSO READ: cbse : 10वीं और 12वीं की परीक्षा 4 मई से शुरू होगी 10 जून तक चलेगी
सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने बताया कि 12वीं की परीक्षाएं 2 पालियों में कराई जाएंगी ताकि परीक्षा में लगने वाले दिनों को कम किया जा सके। दूसरी पाली में सिर्फ उन्हीं विषयों की परीक्षा ली जाएगी, जो विदेशों में स्थित स्कूलों के छात्रों ने वैकल्पिक रूप से नहीं ली है। पहली पाली में परीक्षा सुबह 10.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक होगी। दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर 2.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक चलेगी। दूसरी पाली में परीक्षाएं 4 दिन में पूरी कर ली जाएंगी।
परीक्षा कार्यक्रम इस तरह से तैयार किया गया है कि परीक्षा केंद्रों पर एक बार में उपस्थित होने वाले कुल छात्रों की संख्या सीमित रहे। इससे परीक्षा केंद्रों को कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने में मदद मिलेगी। सुरक्षा दिशा-निर्देशों के तहत सुबह की पाली में काम करने वाले स्कूल के किसी भी शिक्षक/कर्मचारी को दोपहर की पाली में ड्यूटी पर नहीं लगाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पिछले साल के मुकाबले इस साल परीक्षा में कम दिन लगेंगे। 2020 में परीक्षा 45 दिनों में संपन्न हुई। लेकिन 2021 में परीक्षा कार्यक्रम 39 दिनों का है। उन्होंने कहा कि दोनों कक्षाओं के लिए मुख्य विषयों की परीक्षाओं के बीच पर्याप्त समय दिया गया है। इससे छात्रों का तनाव कम होगा और परीक्षा की बेहतर तैयारी करने में मदद मिलेगी।
कोविड-19 के कारण सरकार के आदेश के बाद मार्च 2020 से सभी स्कूल बंद कर दिए गए थे। उसके बाद स्कूलों को 15 अक्टूबर से आंशिक रूप से खोला गया। महामारी के कारण पिछले साल बोर्ड की परीक्षा मार्च में बीच में रोक दी गई थी। बाद में परीक्षा को रद्द करने का फैसला हुआ और वैकल्पिक मूल्यांकन कार्यक्रम के आधार पर परिणाम की घोषणा की गई। (भाषा)