हर माह राशियां परिवर्तित होती है और शनि, राहु, केतु एवं बृहस्पति को छोड़कर लगगभ सभी ग्रह प्रत्येक माह में एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में जाते हैं। इससे किसी को फर्क पड़ता है तो किसी को नहीं। आओ जानते हैं कि लाल किताब में क्या होगा इसका परमानेंटली समाधान।
लाल कितातब के उपाय
1. सूर्य- बहते पानी में गुड़, ताम्बा या ताम्बे का सिक्का बहाएं, सूर्य को अर्घ्य दें या भगवान विष्णु की उपासना करें।
2. चन्द्र- दूध या पानी भरा बर्तन सिरहाने रख कर सोएं और अगले दिन कीकर की जड़ में सारा जल डाल दें या भगवान शिव की उपासना करें।
3. मंगल- सफ़ेद सुरमा आंखों में लगाए, बहते पानी में रेवड़िया, बताशे, शहद व सिंदूर बहाएं या हनुमान चालीसा का पाठ करें।
4. बुध- कन्याओं को हरे वस्त्र और हरी चुड़िया दान करें, दांत साफ रखें या दुर्गा मंदिर में माता को अगरबत्ती लगाकर चुनरी चढ़ाएं।
5. गुरु- माथे पर चंदन या केसर का तिलक लगाएं, पीपल की जड़ में जल चढ़ाएं, चने की दाल दान करें या विष्णु एवं बृहस्पति की पूजा करें।
6. शुक्र- ज्वार, चरी, घी, कर्पुर, दही का दान करें, सुगंधित पदार्थो का प्रयोग करें या माता लक्ष्मी एवं कालीका माता की पूजा करें।
7. शनि- कीकर की दातुन करें, पेड़ों की जड़ों में तेल डालें या शनि मंदिर में छाया दान करें या भगवान भैरव की उपासना करें।
9. राहु- जौ को दूध से धोकर बहते पानी में बहाएं, मूली का दान करें या कोयला बहते पानी में बहाएं, जेब में चांदी की ठोस गोली रखें।
10. केतु- काले और सफेद तिल बहते पानी में बहाएं या काले कुत्ते को रोटी खिलाएं।