टेरेजा मे पर पद छोड़ने का नए सिरे से दबाव बढ़ा
लंदन। ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरेजा मे पर अपने पार्टी के भीतर से ही पद छोड़ने का दबाव बढ़ गया है। यह बात सामने आई है कि कंजरवेटिव पार्टी के पूर्व प्रमुख उनको अपदस्थ करने की मुहिम की अगुवाई कर रहे हैं।
कंजरवेटिव पार्टी के 2012 से 2015 तक सह-प्रमुख रहे ग्रांट शैप्स का दावा है कि उनके पास पार्टी के करीब 30 सांसदों का समर्थन है जिनमें कुछ पूर्व कैबिनेट मंत्री भी हैं। वे अपने समर्थक सांसदों की संख्या 48 तक ले जाने की योजना पर काम कर रहे हैं।
शैप्स ने कहा, मुझे लगता है कि यह नेतृत्व के मुद्दे से निपटने का समय है और मेरे कई साथी भी यही सोचते हैं। हम निजी तौर पर टेरेजा मे से भी यही कहना चाहते थे। अब मुझे इसका डर है कि यह सार्वजनिक रूप से किया जा रहा है। संकट के इस समय में टेरेजा मे की कैबिनेट के सदस्य उनके साथ खड़े हो गए हैं, हालांकि शैप्स ने आरोप लगाया कि ये लोग उन गलतियों को नजरअंदाज कर रहे हैं जो पार्टी एवं देश के मे के नेतृत्व को असमर्थनीय बनाती हैं।
इस साल जून में हुए आम चुनाव के बाद से प्रधानमंत्री मे के इस्तीफे की मांग बढ़ती जा रही है। इस चुनाव में कंजरवेटिव पार्टी बहुमत से काफी दूर रह गई। हाल ही में मैनचेस्टर में कंजरवेटिव पार्टी के सम्मेलन में निराशाजनक भाषण के बाद मे के इस्तीफे की मांग फिर उठी।
मैडेनहेड में टेरेजा मे ने बातचीत में इस बात पर जोर दिया कि वह अपने काम सामान्य तरीके से जारी रखेंगी। मे ने कहा, मेरा मानना है कि देश में फिलहाल एक धैर्यवान नेतृत्व की जरूरत है। मैं यही नेतृत्व प्रदान कर रही हूं और इसमें मुझे अपनी कैबिनेट का पूरा समर्थन मिल रहा है। (भाषा)