सबसे ऊंची उड़ान भरने वाला पक्षी
संसार में ऐसे अद्भुत पक्षी हैं जिनके लिए सीमाएं, समुद्र और ऊंचाइयां कोई मायने नहीं रखती। आम धारणा यह है कि हंसा सबसे ऊंची उड़ान भरता है परंतु यह बहुत कम लोग ही जानते हैं कि हंस नहीं सबसे ऊंची उड़ान कोई दूसरा ही पक्षी भरता है। आओ जानते हैं उसके बारे में रोचक जानकारी।
रूपल का ग्रिफ़ॉन वल्चर (Rüppell's Griffon Vulture) : रूपल का ग्रिफ्फॉन वल्चर यह एक प्रकार का गिद्ध है जो 11,300 मीटर अर्थात 37,000 की ऊंचाई पर उड़ने में सक्षम है। जबकि इससे ऊंचाई पर कॉमन क्रेन (Common crane), उससे भी कम पर बार-हेडेड गूस (Bar-headed goose), फिर क्रमश: हूपर स्वान (Hooper swan), अल्पाइन चाफ़ (Alpine chough), बिर्डड वल्चर (Bearded vulture), एंडियन कोंडोर (Andean condor), मालार्ड डक (mallard duck), बार-टेल्ड गॉडविट (Bar-tailed godwit) और सफेद सारस (White stork)। इन पक्षियों के के अलावा बाज या गरुड़, चील और डग हॉग की उड़ान भी बहुत ऊंची होती है।
गिद्ध कई प्रकार के होते हैं। यह गरूड़ से थोड़े भिन्न होते हैं। हालांकि आजकल सभी गिद्ध खतरे में हैं। उपरोक्त गिद्ध के बारे में कहा जाता है कि इसकी सबसे ऊंची उड़ान को रूपेल्स वेंचर ने 1973 में आइवरी कोस्ट में 37,000 फीट की ऊंचाई पर रिकॉर्ड किया था, इसीलिए इसे रूपल का ग्रिफॉन कहा जाता है। यह तब रिकॉर्ड किया था जब इसने एक हवाई जहाज को प्रभावित किया था। ये ऊंचाई एवरेस्ट (29,029 फीट) से काफी अधिक है और इतनी ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी से ज्यादातर दूसरे पक्षी मर जाते हैं, परंतु यह शानदार तरीके से उड़ता रहता है। इन्हें कोई सरहद और कोई सेना नहीं रोक सकती।
गिद्ध कई प्रकार के होते हैं जैसे लंबी चोंच का गिद्ध, लाल सिर वाला गिद्ध, बंगाल का गिद्ध, सफ़ेद गिद्ध और जटा वाला गिद्ध। दुनियाभर में गिद्ध की अब 35 प्रजातियां ही पाई जाती है और उसमें से भी कई लुप्त होने की कगार पर है। गिद्ध का जीवनकाल 10 वर्ष से 30 वर्ष तक का होता है। गिद्ध मृत पशु, पक्षी या कीड़ों को ही खाते हैं। गिद्ध अकेले कभी नहीं खाते। भोजन करते वक्त अपनी सामाजिक व्यवस्था बनाए रखते हैं। गिद्ध की दृष्टि और सूंघने की क्षमता अन्य पक्षियों की अपेक्षा बहुत ही तेज होती है। यह दुनिया का एकमात्र प्राणी है जो हड़ियों को भी खाककर पचा लेता है। दुनिया का सबसे छोड़ा गिद्ध हूडेड वल्चर है।