15 अप्रैल से सोलर कुकिंग फेस्टिवल के साथ जिम्मी मगिलिगन सस्टेनेबल डेवलपमेंट वीक शुरू
सोलर कुकिंग फेस्टिवल से शुरू जिम्मी मगिलिगन मेमोरियल सस्टेनेबल डेवलपमेंट सप्ताह
सामाजिक कार्यकर्ता डॉ.जनक पलटा मगिलिगन के पति स्वर्गीय श्री जिम्मी (जेम्स) मगिलिगन की 11 वीं पुण्यतिथि पर उनकी याद में जिम्मी और जनक मगिलिगन फाउंडेशन फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट द्वारा हर साल की तरह 15 अप्रैल से 21 अप्रैल 2022 के दौरान सस्टेनेबल डेवलपमेंट सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है।
इसकी शुरुआत 15 अप्रैल 2022 को सनावदिया मे जिम्मी मगिलिगन सेंटर पर सुबह 9.00 बजे सामुहिक सोलर कुकिंग फेस्टिवल से होगी। सोलर कुकिंग फेस्टिवल का उद्घाटन की मुख्य अतिथि डॉ. रेणु जैन, कुलपति,देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर करेगी।
इस आयोजन मुख्य उद्देश्य सतत सौर ऊर्जा और जैविक खाद्य पदार्थों, खेती उपयोग को बढ़ावा देना है। पर्यावरण विद् तथा सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी श्री जिम्मी मगिलिगन द्वारा तय किये गये,नए रूप में परिभाषित और अनुभव सिंचित ज्ञान, कॉन्सेप्ट तथा इस क्षेत्र में उनके विशिष्ट योगदान को लोगों तक ले जाना है ताकि लोग पर्यावरण संरक्षण में अपनी भूमिका समझ सकें व अपनी जिम्मेदारी सुनिश्चित कर सके....
जनक पलटा मगिलिगन के अनुसार इस आयोजन का उद्देश्य जिम्मी मगिलिगन की याद में विशेष रूप से सस्टेनेबल स्किल से लोगों को सशक्त बनाना है... बहाई पायनियर जिम्मी मगिलिगन ने अपना जीवन अपने देश ब्रिटेन में व्यवसाय छोड़, भारत में इंदौर को कर्म भूमि मानकर आदिवासी समुदाय के सामाजिक,आर्थिक और पर्यावरण विकास को समर्पित कर दिया।
पर्यावरणविद् तथा सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी जिम्मी मगिलिगन इंदौर में बरली डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट फ़ॉर रूरल वुमेन के मैनेजर रहे जिम्मी ने पर्यावरण विनाश से महिलाओं के जीवन को हिसंक प्रभावों से मुक्त करने के लिए सस्टेनेबल समाधान ढूंढे और उन्हें सिखाए ! जीरोवेस्ट, सोलर ऊर्जा,जैविक खेती,आत्मनिर्भर जीवन और सस्टेनेबल विकास कर के दिखाया।
भारत के ग्रामीण व् आदिवासी समुदायों को सशक्त किया। मध्य प्रदेश में सबसे बड़े सोलर किचन बनाए। जीरो वेस्ट ,सोलर ड्रायर बनाए और उन्हें भारत में सेवा देने के लिए 2008 में 'भारत में ग्रामीण समुदायों में सामाजिक कार्यों और वैकल्पिक ऊर्जा के उपयोग के लिए सेवाओं' के लिए महारानी एलिजाबेथ द्वितीय द्वारा ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश एम्पायर (ओबीई) से सम्मानित किया गया था।
जनक और जिम्मी ने इंदौरके करीब ग्राम सनावदिया में सस्टेनेबल फार्म आधारित घर बनाया और इसके पूरा होने से पहले उन्होंने सोलर एंड विंड पावर स्टेशन बनाया व स्थापित किया जो दिसम्बर 2010 से गाँव के 50 आदिवासी परिवारों को मुफ्त बिजली की आपूर्ति कर रहा है।
21 अप्रैल 2011 को एक सड़क दुर्घटना में उनके दुखद निधन के बाद वर्तमान में उनकी पत्नी पद्मश्री से सम्मानित डॉ.जनक पलटा मगिलिगन सोलर एंड विंड पावर स्टेशन निशुल्क बिजली दे रही है। डॉ.जनक अपने पति की याद में जिम्मी मगिलिगन सेन्टर फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट के माध्यमसे पूर्णत: निशुल्क निस्वार्थ सेवा में समर्पित हैं और उन्होंने 100,500 से अधिक लोगों को सतत विकास का प्रशिक्षण दिया है। हर साल एक सप्ताह यानी 15 से 21 अप्रैल तक आयोजन कर सामाजिक और सौर कार्यों के द्वारा अपने पति को सेवा समर्पित करती हैं।