वर्षा ऋतु पर कविता : सफल हो सुखद भविष्यवाणी
भविष्यवाणी है कि इस बार पर्याप्त होगी वर्षा।
प्रफुल्लित मन ने कहा -'आमीन -आमीन'!
आमीन का अर्थ है 'तथास्तु' 'बस ऐसा ही हो !'
क्योंकि सारी समृद्धि है वर्षा के ही आधीन ।।1।।
ग्रीष्म का घनघोर ताप विकल कर गया सब को ।
आकाश में लाल-लाल थे सूरज के तेवर ।
पर इनसे ही जनित हुआ मानसूनी हवाओं का वरदान,
अब उदार वर्षा रानी देगी झोली भर-भर ।।2।।
हरा भरा होगा वन-प्रान्तर जलाशय सब भर जाएंगे ।
लहलहाते खेतों में किसानों के सपने उतर आएंगे ।।
और इस कृषि निर्भर देश के सुदृढ़ होंगे अक्षर विकास की इबारत के ।
हमारी शुभेच्छाओं के उक्त शब्द 'आमीन' में,
रंग भरे होंगे मानसूनी गहन वर्षा की इनायत के ।।3।।