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Last Updated : शुक्रवार, 14 मई 2021 (12:04 IST)

कोरोना काल में वैक्सीन संकट: कहीं 45 प्लस को नहीं लग रहा पहला डोज तो कहीं 18 प्लस कर रहा टीकों का इंतजार

कोरोना काल में वैक्सीन संकट: कहीं 45 प्लस को नहीं लग रहा पहला डोज तो कहीं 18 प्लस कर रहा टीकों का इंतजार - Vaccination crises in India
नई दिल्ली। कोरोना से जंग में बड़ा हथियार माने जा रहे वैक्सीनेशन को लेकर लोगों की चिंता बढ़ती जा रही है। कई राज्यों में टीकाकरण पर रोक लग गई है। जहां टीके लग रहे हैं वहां भी लोगों को स्लॉट नहीं मिल पा रहे हैं। कहीं 18 से 44 वर्ष के लोगों को टीका लगता है तो कहीं 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को ही टीका लग रहा है। एक और सरकार इस वर्ष के अंत तक सभी के टीकाकरण का दावा कर रही है तो दूसरी और कुल मिलाकर दो खुराक लगवाने के बीच के समय को बढ़ाया जा रहा है।
 
केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने गुरुवार को जानना चाहा कि क्या सरकार में बैठे लोगों को टीके के उत्पादन में नाकामी की वजह से खुद को फांसी पर लटका लेना चाहिए?

इन राज्यों में वैक्सीनेशन संकट : महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक समेत कई राज्यों में टीकों की कमी की वजह वैक्सीनेशन सेंटरों पर ताले नजर आ रहे हैं। महाराष्ट्र में कोवैक्सीन की सप्लाई ना होने की वजह से लोगों को पहली खुराक नहीं दी जा रही है इससे 45 प्लस वालों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी जा सके। 
 
कर्नाटक के पास भी 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए वैक्सीन की डोज पर्याप्त मात्रा में मौजूद नहीं है। इसलिए कर्नाटक में भी वैक्सीनेशन को रोका जा रहा है। वहीं, दिल्ली का कहना है कि उसके पास 18 से 44 साल वालों के लिए करीब 4  लाख वैक्सीन की डोज बची है।

महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक हैं, जहां एक-एक करोड़ से ज्यादा लोगों को टीका लग चुका है। छत्तीसगढ़ में 1028, हिमाचल प्रदेश में 14, झारखंड में 94, मेघालय में 6, नगालैंड में चार, पुडुचेरी में एक, त्रिपुरा में दो और तेलंगाना में 500 युवाओं को ही टीका लगा है।
 
 
गुजरात में 3 दिन नहीं होगा 45 प्लस का टीकाकरण : केंद्र सरकार द्वारा कोविशील्ड की दो खुराकों के बीच अंतराल को बढ़ाने के साथ ही गुजरात में 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण 14 मई से तीन दिनों के लिए रोक दिया गया है।
 
राज्य सरकार की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि केंद्र के फैसले के बाद टीकाकरण कार्यक्रम को संशोधित किया गया है, इसलिए 45 साल से अधिक आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण 14 मई, 15 और 16 मई को नहीं किया जाएगा। इस आयु वर्ग के लिए टीकाकरण 17 मई को फिर से शुरू होगा।
 
मध्यप्रदेश में 45 प्लस को पहला डोज नहीं : मध्यप्रदेश में 13 मई से 45 प्लस वालों को वैक्सीन का पहला डोज नहीं लगाया जाएगा। वैक्सीन की कमी और दूसरा डोज लेने वाले की लंबी कतार को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने यह बड़ा फैसला किया है। राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर संतोष शुक्ला के मुताबिक प्रदेश में अगले कुछ दिनों के लिए 45 प्लस वाले लोगों को टीके का पहला डोज नहीं मिलेगा, अभी सिर्फ उन्हीं लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी जिन्हें वैक्सीन का दूसरा डोज लगाया जाना है।

2 खुराकों के बीच का अंतर बढ़ा : भारत सरकार ने एक सरकारी पैनल की सलाह पर कोविशील्ड टीके की दो खुराक लगवाने के बीच के समय को 6-8 सप्ताह से बढ़ाकर 12-16 सप्ताह करने का फैसला लिया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को इस आशय की घोषणा करते हुए कहा कि यह ‘‘विज्ञान आधारित फैसला है’’ और इस विश्वास के साथ लिया गया है कि इससे कोई अतिरिक्त खतरा नहीं होगा।

दिसंबर तक भारत के पास होंगे 216 करोड़ डोज : ऐसे में जब राज्य कोरोनावायरस के टीकों की कमी से जूझ रहे हैं, केंद्र ने गुरुवार को कहा कि अगस्त से दिसंबर के बीच 5 महीनों में देश में 2 अरब से अधिक खुराक उपलब्ध कराई जाएंगी, जो पूरी आबादी का टीकाकरण करने के लिए पर्याप्त हैं। केंद्र ने यह भी कहा कि रूस का कोविड-19 रोधी टीका स्पुतनिक V अगले सप्ताह तक उपलब्ध होने की संभावना है।