बच्चों के लिए Pfizer वैक्सीन को मंजूरी, तीसरी लहर की आहट से पहले राहत
लंदन। ब्रिटेन की नियामक संस्था ने फाइजर-बायोएनटेक की तरफ से तैयार की गई कोरोनावायरस (Coronavirus) वैक्सीन को 12 से 15 साल के किशोर आयु वर्ग को लगाने की मंजूरी दे दी है। यूरोपियन मेडिसिंस एजेंसी (ईएमए) ने फाइजर और बायोएनटेक की ओर से विकसित कोरोनावायरस रोधी टीकों को 12 से 15 साल तक के बच्चों को लगाए जाने की पिछले महीने ही सिफारिश की थी।
खबरों के मुताबिक, यूरोपियन यूनियन की ड्रग नियामक संस्था की ओर से फाइजर-बायोएनटेक के इस आयु वर्ग के कोरोना टीकों को मंजूरी दिए जाने के बाद बच्चों को दी जाने वाली पहली वैक्सीन के लिए रास्ता साफ हो गया है।
हेड ऑफ मेडिसिंस एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी के प्रमुख जून रेने ने कहा, हमने पूरी सावधानी से 12 से 15 वर्ष तक के बच्चों के क्लीनिकल ट्रायल के डेटा की समीक्षा की और पाया कि फाइजर-बायोएनटेक सुरक्षित होने के साथ-साथ इस आयु वर्ग के लिए प्रभावी है। इसके अलावा इस वैक्सीन के काफी लाभ हैं और कोई जोखिम नहीं है।
गौरतलब है कि इससे पहले कनाडा और अमेरिका के नियामकों ने पिछले अप्रैल में इसी तरह का फैसला किया था। विकसित देश अपनी अधिक से अधिक आबादी को टीका लगाने की दिशा में काम कर रहे हैं। अनुसंधानकर्ता अगले 2 साल तक बच्चों में टीके के दीर्घकालिक प्रभाव पर नजर रखेंगे।