अहमदाबाद से Ground Report, उधार लेकर 2 माह का जरूरी सामान लिया है...
-कल्याणी देशमुख, हरीश चौकसी
लॉकडाउन (Lockdown) आगामी 3 मई को खत्म हो जाएगा, फिलहाल उसकी कोई गारंटी नहीं है। लेकिन, अब धीरे-धीरे लोगों का सब्र जवाब दे रहा है। चाहे नौकरी की चिंता हो या फिर घर के राशन की बात, आम आदमी मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गुजरात में भी हालात दूसरे राज्यों से अलग नहीं है। राज्य के सबसे बड़े शहर अहमदाबाद में भी अब लोगों का धैर्य टूटता जा रहा है। दरअसल, लोगों की जेबें खाली हो चुकी हैं और काम शुरू होने की उम्मीदें अभी दिखाई नहीं दे रहीं।
अहमदाबाद में ज्यादातर लोग व्यापारी हैं। लॉकडाउन में सबका कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सरकार ने निजी संस्थाओं से कहा है कि वे किसी के वेतन में कटौती न करें, लेकिन लोगों का मानना है कि जिनका खुद का व्यवसाय है, वे क्या करेंगे।
इस महामारी के बीच लोग न सिर्फ आर्थिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी टूट गए हैं। अहमदाबाद में एक फोटो स्टूडियो के मालिक अतुल कानडे ने वेबदुनिया से बातचीत में कहा कि हमने जो कमाकर बचाया था फिलहाल वही खा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे लिए तो दोहरी मार हो गई है क्योंकि एक तो जमा पूंजी खत्म हो रही है, दूसरा अभी शादियों का सीजन था, ऐसे में कोरोना लॉकडाउन के चलते हमारी कमाई भी मारी गई।
वहीं, अहमदाबाद के नरोदा इलाके में रहने वालीं प्रियंका पटेल ने कहा कि वह एक दुकान में कैशियर के रूप में काम करती हैं। फिलहाल घर पर ही हैं। सेठ से पैसे उधार लेकर 2 महीने जरूरी सामान लिया है। वेतन के बारे में पूछे जाने पर प्रियंका कहती हैं कि घर पर बैठकर काम किए बिना वेतन लेने में संकोच होता है।
एक मई से लगेगा भारी जुर्माना : दूसरी ओर अहमदाबाद के निगम आयुक्त विजय नेहरा ने कहा कि 10 दिनों में साढ़े 7 हजार से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग की गई। इस दौरान 2098 नमूने लिए गए, जिनमें से 115 रिपोर्ट पॉजिटिव आईं।
उन्होंने बताया कि सब्जी बेचने वालों को मुफ्त मास्क और हैंड सैनिटाइजर दिए जा रहे हैं। साथ ही 1 मई से मास्क न पहनने वाले दुकानदारों को 5000 रुपए, फेरीवाले को 2000 रुपए और सुपर मार्केट को 50 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार सुबह तक गुजरात में महाराष्ट्र के बाद सर्वाधिक 4 हजार 82 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं, जबकि 197 लोगों की मौत हो चुकी है। 527 लोग इस वायरस के प्रभाव से मुक्त भी हो चुके हैं।