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Written By WD Feature Desk
Last Updated : बुधवार, 6 नवंबर 2024 (14:13 IST)

Chhath Puja 2024 Kharna, Day 2: छठ पूजा का दूसरा दिन खरना, जानिए इस दिन के मुहूर्त और रीति रिवाज

Chhath Puja 2024 Kharna, Day 2:  छठ पूजा का दूसरा दिन खरना, जानिए इस दिन के मुहूर्त और रीति रिवाज - Kharna is the second day of Chhath Puja
2 day Chhath Puja 2024 Kharna: छठ पूजा इस बार 5 नवंबर 2024 से 8 नवंबर 2024 तक चलेगा। ठ पूजा के चार दिनी उत्सव में पहला दिन नहाय खाय और दूसरा दिन खरना का होगा है। पहले दिन निर्जला व्रत रखकर साफ सफाई करते हैं और शाम को शुद्ध सात्विक भोजन करते हैं। इसके बाद दूसरे दिन खरना का पर्व मनाते हैं। इसमें पूरे दिन व्रत रखकर शाम को विशेष प्रकार के भोजन का सेवन करते हैं।
  • 6 नवंबर खरना पूजा मुहूर्त:-
  • छठ पूजा का दिन 2 : लोहंडा और खरना
  • सूर्योदय : सुबह 06 बजकर 37 मिनट पर।
  • सूर्योस्त : सायं 05 बजकर 32 मिनट पर।
     
खरना कैसा होता है | Chhath puja kharna 2024:
 
1. खरना का अर्थ साफ और शुद्ध करना और शुद्ध खाना खाना। खरना को लोहंडा भी कहते हैं। इस दिन भोजन, प्रसाद बनाने में शुद्धता का पालन किया जाता है।
 
2. खरना के दिन से ही 36 घंटे का निर्जला व्रत प्रारंभ हो जाता है।
 
3. खरना कार्तिक शुक्ल पंचमी को रहता है। इस दिन खरना का भोजन और छठ का प्रसाद बनाया जाता है।
 
4. इस दिन प्रसाद बनाने के लिए नए मिट्टी के चूल्हे और आम की लकड़ी का प्रयोग किया जाता है, जिस पर साठी के चावल, दूध और गुड़ की खीर बनाई जाती है।
 
5. खरना में पूरे दिन उपवास रखते हैं और शाम को गुड़ की खीर, घी लगी हुई रोटी और फलों का सेवन करते हैं। इसके बाद व्रत प्रारंभ हो जाता है।
 
6.  खरना के दिन ठेकुआ, गेहूं का पेठा, घी वाली रोटी आदि विशेष प्रसाद भी बनाए जाते हैं।  शाम को पूजा के बाद व्रती लोग प्रसाद ग्रहण करते हैं। 
 
6. इस पूरे दिन जल भी ग्रहण नहीं किया जाता है। इसके बाद जब भोजन करते हैं तो अच्‍छे से शुद्ध जल ग्रहण करते हैं। 
 
7. खरना का प्रसाद और भोजन जो बच जाता है उसे घर के अन्य सदस्यों को प्रसाद रूप में दिया जाता है।
 
8. संध्या के समय नदी या तालाब पर जाकर सूर्य को जल दिया जाता है और इसके बाद छठ का कठिन व्रत आरंभ हो जाता है।