Bhai Dooj 2022 कब है, जानिए तिथि व शुभ मुहूर्त, कैसे मनाया जाता है भाई दूज का पर्व
पौराणिक शास्त्रों के अनुसार कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया को भैया दूज, भाई दूज अथवा यम द्वितीया को मृत्यु के देवता यमराज का पूजन किया जाता है। इस दिन बहनें भाई को अपने घर आमंत्रित कर उन्हें तिलक करती हैं और भोजन कराती हैं।
पौराणिक कथा अनुसार सूर्य पुत्री यमी अर्थात् यमुना ने अपने भाई यम को कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को अपने घर निमन्त्रित कर अपने हाथों से बना स्वादिष्ट भोजन कराया। जिससे यमराज बहुत प्रसन्न हुए और उन्होंने अपनी बहन यमुना से एक वरदान मांगने को कहा।
तब यमुना ने अपने भाई यम से यही वरदान मांगा कि आज के दिन जो बहन अपने भाई को निमंत्रण दे कर अपने घर बुलाएं, उन्हें भोजन कराएं और उनके माथे पर तिलक करें तो उन्हें आपका अर्थात् यम का भय ना हो। ऐसा कहने पर यमराज ने अपनी बहन को तथास्तु कहकर यह वरदान प्रदान किया। अत: आज के दिन जो भाई अपनी बहन के यहां भोजन करता है उन भाई-बहनों को यम का भय नहीं होता।
- अश्विन माह की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 26 अक्टूबर 2022 को दोपहर 2 बजकर 42 मिनट पर लगेगी। यह तिथि 27 अक्टूबर 2022 को दोपहर 12 बजकर 45 मिनट पर समाप्त होगी. इस बार 26 अक्टूबर को भाई दूज पर्व मनाया जाएगा।
Best muhurat for Bhai Dooj
भाई दूज मुहूर्त- 26 अक्टूबर को दोपहर 01 बजकर 18 मिनट से 03 बजकर 33 मिनट तक रहेगा।
क्या करें- how to celebrate Bhai Dooj
भाई दूज के दिन बहनें अपने भाई को निमन्त्रित कर उन्हें अपने हाथों से बना स्वादिष्ट भोजन कराएं और तिलक करें। भोजन के उपरान्त अपने भाई को ताम्बूल (पान) भेंट करें। मान्यता है कि ताम्बूल भेंट करने से बहनों का सौभाग्य अखंड रहता है।
क्या ना करें- Don't do these mistakes during Bhai Dooj
शास्त्र अनुसार आज के दिन जो भाई अपने घर पर ही भोजन करता है उसे दोष लगता है। यदि बहन के घर जाना संभव ना हो सके तो किसी नदी के तट या गाय को अपनी बहन मानकर उसके समीप भोजन करना श्रेयस्कर होता है। इस दिन नॉनवेज न खाएं।
यमुना स्नान-Yamuna Snan
ऐसी मान्यता है कि यम द्वितीया के दिन जो भाई-बहन यमुना स्नान करते हैं उन्हें यमराज का भय नहीं होता एवं उन्हें यमलोक नहीं जाना पड़ता।