लंबे समय तक खूबसूरती बरकरार रखना चाहती हैं? तो इन 8 आदतों को दिनचर्या में करें शामिल
सदाबहार ब्यूटी पाना हर महिला चाहती हैं लेकिन कई बार वे इस ओर उचित ध्यान नहीं देती। सुंदरता बरकरार रखने के लिए कुछ ऐसी आदतें है जिन्हें नियमित दिनचर्या में शामिल किया जाना चाहिए। लेकिन कुछ महिलाएं इन छोटी-छोटी बातों को मालूम होने पर भी लापरवाही बरतती हैं। आइए, जानते हैं कुछ ऐसी बातें जो सदाबहार ब्यूटी पाने के लिए आपको अपनी आदतों में शामिल कर लेना चाहिए -
1 लंबे समय तक धूप में बाहर रहने से त्वचा पर स्थाई दुष्प्रभाव पड़ता है। झाइयां और झुर्रियां धूप स्नान की ही देन है। यहां बाहर निकलने से पहले शक्तिशाली सनस्क्रीन जरूर लगा लें। इस सुरक्षा कवच की अवधि चार घंटे है। इसके बाद फिर से सनस्क्रीन की लेअर लगा लेना चाहिए। केवल बाहर रहने के दौरान ही नहीं बल्कि घर में रहते हुए भी सनस्क्रीन जरूर लगाएं।
2 आपने इस टिप को अपने जीवन में हजारों बार सुना होगा कि मेकअप उतार कर ही सोएं लेकिन अक्सर देखा गया है कि शादी-ब्याह या किसी लेट नाइट पार्टी से लौटने के बाद आप इतनी थक जाती हैं कि मेकअप उतारने में आलस कर जाती हैं। आप यह नहीं जानती हैं कि यह एक गलती आपकी त्वचा को कितनी बड़ी सजा दे सकती है। इसलिए कोई अच्छा सा मेकअप रिमूवर बाथरूम में हमेशा रखें और इस्तेमाल भी करें। मेकअप उताने में 5 मिनट से अधिक समय नहीं लगता है।
3 किसी ने कहा था इसलिए घर में आने वाले हर फल के गूदे या छिल्के को चेहरे पर रगड़ने की गलती न करें। जिस घरेलू इलाज को पहले कभी आजमाया न हो उसे पहले अंडरआर्म या जांघ के निचले हिस्से में लगाकर उसका असर देख लें। हर हर्बल या ऑर्गेनिक केमिकल फ्री होता है ऐसा नहीं है।
4 आप चलते फिरते मेकअप बॉक्स बनने की गलती न करें। चेहरे पर टन भर कन्सीलर, फाउंडेशन, पावडर या ब्लशर न पोतें। हर वक्त वॉशरूम में जाकर मेकअप की परत लगाने की जरूरत नहीं होती। किसी एक्सपर्ट से अच्छा और कम मेकअप में सुंदर दिखने की कला सीखें।
5 सूखी त्वचा के प्रदर्शन से बड़ी कोई गलती नहीं हो सकती क्योंकि इस समस्या का हल आसानी से निकाला जा सकता है। किसी भी महिला का सबसे बड़ा दोस्त केवल मॉइश्चराईजर ही हो सकता है। इसलिए इसका साथ कभी ना छोड़ें। त्वचा की नमी बरकरार रखने के लिए नहाने के बाद पूरे शरीर पर भरपूर मॉइश्चराइजर या बॉडी लोशन लगाएं।
6 मृत त्वचा निकालने की प्रक्रिया पर बहुत अनुभव के बाद महारत हासिल होती है। एक्सफोलिएट यानी मृत त्वचा निकालने की प्रक्रिया बार-बार न दोहराएं। क्योंकि ओवर एक्सफोलिएशन से त्वचा रूखी और क्षतिग्रस्त हो जाती है। त्वचा का सुरक्षा कवच हट जाता है और वह इंफेक्शन के लिए एक्सपोज हो जाती है।
7 शैंपू तथा कंडीशनर के प्रयोग की कला जरूर सीखें। शैंपू बालों से लेकर जड़ों तक की त्वचा की सफाई के लिए बने होते हैं। यह बालों की धूल और गंदगी को निकाल बाहर करते हैं। शैंपू लगाकर थोड़े समय रुकने की सलाह दी जाती है। शैंपू को कुनकुने पानी से ही प्रयोग करना चाहिए। गर्म पानी से हैअर फॉलिकल यानी बालों की जड़ें अच्छे से खुल जाते हैं जिससे सफाई अच्छी होती है। कंडीशनर का मिजाज इसके विपरीत है। कंडीशनर हमेशा बालों के मध्य से लेकर अंतिम छोर तक लगाने की सलाह दी जाती है। गर्म पानी से खुले हुए हैअर फॉलिकल में कंडीशनर की मालिश नहीं करना चाहिए। इसीलिए शैंपू से धोने के बाद ठंडे पानी का प्रयोग करना चाहिए। इससे खुले हुए हैअर फॉलिकल बंद हो जाते हैं।
8 हेअर कर्लिंग, आयरनिंग तथा स्ट्रेट करने से पहले हेअर प्रोटेक्टर का प्रयोग जरूर करें। बहुत अधिक गर्म हवा से बालों की जड़ों को स्थाई क्षति पहुंचती है। गर्म हवा वाले हेअर ड्रायरों का प्रयोग न करें। मेकअप की पुरानी सामग्री को मोहत्याग कर डस्टबीन में फेंके। हेअर ब्रश, कंघे या मेकअप का ब्रश नियमित रूप से साफ करे। उन्हें संक्रमण रहित करें और फिर प्रयोग करें। दूसरे का कंघा कभी सिर में डालें।