दुल्हन बनी अयोध्या नगरी, जय श्रीराम का उद्घोष, त्रेतायुग सा नजारा
श्रीरामजन्मभूमि स्थल पर भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए अयोध्या दुल्हन सी सज गयी है। रामनगरी में चहुंओर फूलों की सुगंध के बीच सांस्कृतिक कार्यक्रम और रह-रहकर जय श्रीराम का उदघोष त्रेता युग की अनुभूति करा रहे हैं।
कड़ाके की ठंड पर आस्था की सुनामी भारी पड़ रही है। भगवान राम की श्याम वर्ण किशोरावस्था प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा सोमवार को अभिजीत मुहुर्त में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य गणमान्य हस्तियों की मौजूदगी में मंत्रोच्चार के बीच होगा। इस अदुभुद और औलोलिक क्षण का साक्षी बनने के लिये साधु संतों के अलावा देश की गणमान्य हस्तियों का रामनगरी में आगमन लगातार जारी है।
योग गुरु स्वामी रामदेव, परम शक्ति पीठ और वात्सल्यग्राम की संस्थापक साध्वी ऋतंभरा,संगीतकार शंकर महादेवन, दक्षिण भारतीय फिल्मो के प्रख्यात अभिनेता रजनीकांत, फिल्म अभिनेत्री कंगना राउत, शेफाली शाह, क्रिकेटर अनिल कुंबले के अलावा केंद्र सरकार के कई मंत्री और उद्योगपतियों का आगमन अयोध्या की पवित्र धरा पर हो चुका है जबकि देश दुनिया की कई जानीमानी हस्तियों का आगमन आज शाम तक होने के आसार हैं। वीवीआईपी मेहमानो के प्लेनों को पार्क करने के इंतजाम लखनऊ के अलावा कानपुर, गोरखपुर और वाराणसी हवाई अड्डे पर भी किए गए हैं।
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को भव्यतम बनाने के लिये राज्य के संस्कृति विभाग ने खास इंतजाम किये हैं। रामपथ पर विभिन्न प्रांतो से आये कलाकार अपनी सुरमयी प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं के बीच रामनामी लहर का अहसास करा रहे हैं। कई टन फूलों से जगह जगह पर तोरण द्वार बनाये गये हैं। इसके अलावा खूबसूरत पेंटिंग के जरिये रामायण के प्रसंगों का जीवंत वर्णन किया गया है।
भव्य राम मंदिर की छटा तो देखते ही बनती है। आने जाने वाले श्रद्धालु अपने आराध्य के नवनिर्मित भवन को टकटकी लगाए देख रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने वाले वीआईपी मेहमानों के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से महाप्रसाद तैयार कराया गया है। जो प्राण प्रतिष्ठा के बाद उन्हें भेंट किया जाएगा। इसके अलावा कार्यक्रम के दौरान मेहमानों को मंदिर परिसर में देश घी से तैयार भोजन भी परोसे जाने की तैयारी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन पर उनका भव्य स्वागत होगा। यहां 100 मंचों पर 2500 कलाकार भव्य सांस्कृतिक शोभायात्रा के सारथी बनेंगे। रविवार को इसका पूर्वाभ्यास भी किया गया। 100 स्थानों पर कलाकार भारतीय संस्कृति की खुशबू अपनी प्रस्तुति से बिखरेंगे।