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Last Modified: शनिवार, 29 जुलाई 2023 (17:50 IST)

Semiconductor Policy 2022-2027 : सेमीकंडक्टर पॉलिसी 2022-27 जारी करने वाला देश का पहला राज्य बना गुजरात

Semiconductor Policy 2022-2027 :  सेमीकंडक्टर पॉलिसी 2022-27 जारी करने वाला देश का पहला राज्य बना गुजरात - Gujarat govt unveils Semiconductor Policy  2022-2027
गांधीनगर। Semiconductor Policy 2022-2027  : गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि गुजरात ‘सेमीकंडक्टर पॉलिसी 2022-27’ जारी करने वाला देश का पहला राज्य है। पटेल ने आज यहां सेमीकॉन इंडिया 2023 के उद्घाटन अवसर पर कहा इस पॉलिसी के साथ गुजरात सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में देश का हब बनेगा।

भारत को सेमीकंडक्टर क्षेत्र में ग्लोबल प्लेयर बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन को साकार करने की दिशा में गुजरात सरकार ने सेमीकंडक्टर क्षेत्र के लिए विशेष और समर्पित सेमीकंडक्टर पॉलिसी घोषित की है। गुजरात ने सेमीकंडक्टर पॉलिसी के अंतर्गत अनेक आकर्षक लाभ एवं प्रोत्साहनों की व्यवस्था की है जो सेमीकंडक्टर क्षेत्र के लिए गुजरात को बेस्ट डेस्टिनेशन बनाती है।
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात एक पॉलिसी ड्रिवन स्टेट है। अपनी पारदर्शी, सफल और उद्योग अनुकूल नीतियों के चलते गुजरात आज अनेक ग्लोबल कंपनियों के लिए बिजनेस सेंटर बन गया है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व के तहत ही आज गुजरात देश का मैन्युफैक्चरिंग और ऑटो हब बना है।

गुजरात में आज विश्व स्तरीय लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने धोलेरा में इंडस्ट्रियल इकोसिस्टम और विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करने का स्वप्न देखा था। आज वही धोलेरा एक विशेष निवेश क्षेत्र (एसआईआर) के रूप में विकसित हो रहा है।

धोलेरा में स्टेट ऑफ दि आर्ट इंडस्ट्रियल यूटिलिटीज उपलब्ध हैं जो ग्लोबल इंडस्ट्रीज को गुजरात में निवेश के लिए आकर्षित करती हैं। धोलेरा में उपलब्ध ये इंडस्ट्रियल सुविधाएं, सेमीकंडक्टर जैसे वैश्विक मांग वाले क्षेत्र के लिए श्रेष्ठ रणनीतिक स्थल है।
 
प्रधानमंत्री के कथन ‘गुजरात इज द कॉम्बिनेशन ऑफ ट्रेड एंड ट्रेडिशन, कॉमर्स एंड कल्चर, इंडस्ट्री एंड इंटरप्रिन्योरशिप’ का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात की इस इमेज को उन्होंने वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के माध्यम से वैश्विक मंच प्रदान किया है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में ही गुजरात में वर्ष 2003 से इस समिट की शुरुआत हुई थी। मुख्यमंत्री ने इस सम्मेलन में उपस्थित महानुभावों से जनवरी-2024 में आयोजित होने जा रहे वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के 10वें संस्करण में शामिल होकर गुजरात और भारत के आर्थिक विकास में सहभागी होने का आग्रह किया।
 
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि देश की विकास यात्रा के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सभी क्षेत्रों में सर्वोच्च विकास कर रहे हैं और आज हम सभी इसका परिणाम देख रहे हैं।

प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की सूची में 10वें स्थान से 5वें स्थान पर आ गया है और अब भारत दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में स्थान हासिल करने के लक्ष्य के साथ मजबूती से आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री को ‘मदर इंडस्ट्री’ माना जाता है क्योंकि छोटे से छोटे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से लेकर बड़े से बड़े हवाई जहाज तक के उत्पादन में सेमीकंडक्टर की आवश्यकता होती है। सभी उत्पादनों के लिए आवश्यक सेमीकंडक्टर को भारत में ही आसानी से उपलब्ध कराने के सफल प्रयास हो रहे हैं।
 
वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने ए टू जेड सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम उपलब्ध कराने के लक्ष्य के साथ ‘इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन’ शुरू किया है।

‘सेमीकॉन इंडिया-2023’ भारत को चिप टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में और अधिक आत्मनिर्भर बनाएगी। आज स्टील, केमिकल्स, टेक्सटाइल्स और शिक्षा सहित सभी सेक्टरों में चिप एक मूलभूत आवश्यकता है। विमान, कार, मोबाइल और घरों में उपयोग में लाए जाने वाले फ्रिज तथा कृषि के लिए उपयोगी ट्रैक्टर सहित सभी उपकरणों में चिप काफी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। मोदी के विजन में भारत चिप उत्पादन का सबसे बड़ा हब बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
 
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री के अमेरिका दौरे के दौरान तीन महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए थे। इसके अंतर्गत पहला सेमीकंडक्टर उत्पादन संयंत्र के लिए माइक्रोन टेक्नोलॉजी, दूसरा एप्लाइड मैटेरियल्स और तीसरा 60 हजार से अधिक प्रशिक्षित विशेषज्ञों की उपलब्धता के लिए लैम रिसर्च के साथ समझौता ज्ञापन किया गया है। अमेरिका और जापान ने भारत के साथ सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन में भागीदारी के लिए सहयोग ज्ञापन (एमओसी) पर हस्ताक्षर किए हैं।

देश की श्रेष्ठ नीति और उसके क्रियान्वयन की आसान पद्धति के परिणामस्वरूप अधिक से अधिक संख्या में कंपनियां भारत में निवेश के लिए रुचि दिखा रही हैं।
 
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पटेल के नेतृत्व में गुजरात ने सक्रियता के साथ पूरे देश में चिप उत्पादन क्षेत्र में पहल की है जो प्रशंसनीय है। गुजरात सरकार की व्यापार अनुकूल नीतियों के चलते गुजरात चिप उत्पादन का हब बनेगा।

समारोह में एडवांस्ड माइक्रो डिवाइसेज कंपनी के कार्यकारी उपाध्यक्ष (ईवीपी) और मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (सीटीओ) मार्क पेपरमास्टर, सेमीकंडक्टर प्रोडक्ट्स ग्रुप के अध्यक्ष प्रभु राजा, वेदांता ग्रुप के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल, माइक्रोन टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) संजय मेहरोत्रा, फॉक्सकॉन के अध्यक्ष यंग लियु, सेमीकंडक्टर इक्विपमेंट एंड मैटेरियल्स इंटरनेशनल (सेमी) के अध्यक्ष एवं सीईओ अजीत मनोचा तथा कैडेंस कंपनी के अध्यक्ष अनिरुद्ध देवगन ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए।
 
कार्यक्रम के दौरान राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य गण, मुख्य सचिव राज कुमार, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के. कैलाशनाथन, केंद्र एवं राज्य सरकार के उच्च प्रशासनिक अधिकारी, सेमीकंडक्टर क्षेत्र से जुड़े उद्योग जगत के प्रतिनिधियों सहित युवा उद्यमी मौजूद रहे।  Edited By : Sudhir Sharma
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