देश के कई राज्यों में बारिश का नया दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग (IMD) का अनुमान है कि गुजरात में 30 अगस्त तक और राजस्थान में 26 अगस्त तक भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। पूर्वी राजस्थान में अगले एक 2 दिनों में और बारिश होने की संभावना है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में 28 अगस्त तक बारिश का दौर जारी रह सकता है।
कोटा, बूंदी व सवाई माधोपुर के निचले इलाके जलमग्न
राजस्थान के अनके हिस्सों में लगातार भारी बारिश के कारण कई जिलों, विशेष रूप से कोटा, बूंदी व सवाई माधोपुर के निचले इलाकों के जलमग्न होने से बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। स्थानीय प्रशासन ने राहत व बचाव कार्य के लिए सेना के जवानों की मदद ली है। मौसम विभाग ने अगले 2 दिन राज्य में कई जगह भारी से अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है जिसके चलते राजधानी जयपुर सहित दर्जन भर जिलों में स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की गई।
मिली जानकारी के अनुसार, रविवार को उदयपुर के डबोक थाना क्षेत्र में कुंवारी माइंस में भरे पानी में डूबने से एक बच्ची समेत चार नाबालिगों की मौत हो गई। वहीं, झालावाड़ में एक कार पानी के तेज बहाव में बह गई जिससे उसमें सवार चार लोगों में से दो की मौत हो गई जबकि दो अन्य लापता हैं।
एनडीआरएफ की टीमें तैनात
राज्य के तीन जिलों में राहत व बचाव कार्य के लिए सेना की मदद ली गई है। कुल मिलाकर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की सात व राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की सात टीम विभिन्न स्थानों पर तैनात हैं। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार, रविवार को दिन में नागौर में 99 मिलीमीटर, अजमेर में 61.4 मिमी., बीकानेर में 52.8 मिमी. बारिश हुई। इसके अलावा पिलानी, जोधपुर, गंगानगर व दौसा में 10 मिलीमीटर या इससे अधिक बारिश दर्ज की गई। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार, आगामी तीन से चार दिन तक राज्य में कहीं-कहीं भारी व अतिभारी बारिश का दौर जारी रह सकता है। इसके चलते जयपुर, अलवर, दौसा, टोंक व नागौर सहित 12 से अधिक जिलों में सभी स्कूलों में अवकाश की घोषणा की गई है।
राज्य के बूंदी जिले में मेज व धौलपुर में चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। आधिकारिक बयान के अनुसार कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर सहित अनेक जिलों में जलभराव के कारण फंसे सैंकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल रविवार को सवाई माधोपुर के जड़ावता गांव पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि सरकार आमजन की सुरक्षा और राहत कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।
अधिकारियों ने कहा कि राज्य में सवाई माधोपुर के साथ-साथ कोटा और बूंदी में राहत व बचाव कार्य में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा सेना के जवानों को लगाया गया है। कोटा हेलीपैड पर भारतीय वायुसेना के एक हेलीकॉप्टर को राहत व बचाव कार्य के लिए लगाया गया है। इसी तरह एक हेलीकॉप्टर को जोधपुर में तैयार रखा गया है।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य में मौजूदा बारिश के मौसम में अब तक कुल मिलाकर 792 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इस मौसम में राज्य में बहने/डूबने से 44 तथा आकाशीय बिजली गिरने से 24 समेत कुल 91 लोगों की मौत हो चुकी है। राजधानी जयपुर में रविवार को लगातार दूसरे दिन भी बारिश जारी रही जिससे कई इलाकों में जलभराव हो गया। शहर के कई हिस्सों में सड़कें जलमग्न हो गईं। कई जगह घुटने तक पानी भरने से यातायात में भारी व्यवधान हुआ और यात्रियों को असुविधा हुई।
जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र सोनी ने भारी बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए सोमवार और मंगलवार को सभी सरकारी और निजी स्कूलों में दो दिन छुट्टी के आदेश दिए हैं। राज्य की राजधानी के कई इलाकों में ट्रांसफार्मर और बिजली लाइनों में खराबी के कारण बिजली गुल होने की खबर है। बरकत नगर, टोंक फाटक और अन्य इलाकों में शनिवार रात कई बार बिजली गुल हुई, जिसे ठीक करने में तकनीकी टीम को लगभग सात घंटे लग गए।
अधिकारियों ने बताया कि जयपुर विकास प्राधिकरण ने विद्याधर नगर के पास स्थित किशन बाग और स्वर्ण जयंती पार्क को सोमवार से बुधवार तक आम जनता के लिए बंद करने का फैसला किया है।
हिमाचल में भारी बारिश, 484 सड़कें बंद
हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के कारण दो राष्ट्रीय राजमार्गों समेत कुल 484 सड़कों को वाहनों के आवागमन के लिए बंद कर दिया गया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। मंडी में 245 और कुल्लू में 102 सड़कें बंद कर दी गई हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 154ए (चंबा-पठानकोट रोड) और एनएच 305 (औट-सैंज रोड) भी बंद हैं। कांगड़ा जिले के नूरपुर इलाके में भारी बारिश के कारण पठानकोट से मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग को जाने वाली सड़क पर कंडवाल से जाछ के बीच भीषण जाम लग गया, जिससे यातायात घंटों ठप रहा।
उन्होंने बताया कि छतरौली के पास का हिस्सा सबसे ज्यादा प्रभावित था, जहां एक निर्माणाधीन फ्लाईओवर के लिए बनाए गए डायवर्जन पर जलभराव के कारण यातायात ठप हो गया। नूरपुर विधानसभा क्षेत्र के नागाबारी गांव में एक नाले के उफनाने से घरों में गंदा पानी घुस गया। निवासियों ने इस स्थिति के लिए राजमार्ग निर्माण में लापरवाही और जल निकासी की खराब व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया।
ओडिसा के 8 जिलों में भारी बारिश की संभावना
ओडिशा के कई हिस्सों में सोमवार को भारी बारिश होने की संभावना है जिसके मद्देनजर भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आठ जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है और मछुआरों को खराब मौसम के कारण समुद्र में जाने से बचने की चेतावनी दी है। क्योंझर, मयूरभंज, बालासोर, भद्रक, जाजपुर और कटक जिलों में सोमवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र ने रविवार को 25 अगस्त के लिए केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया, जिसमें अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना का संकेत दिया गया है। इनपुट एजेंसियां Edited by : Sudhir Sharma