आपको भी लगता है दुनिया में सबसे दु:खी बस आप ही हैं तो हर मनोरोग, चिंता और अवसाद का इलाज है योग
21 June World Yoga Day : कई कारणों से मन में दु:ख पैदा होता है। लगातार दु:खी रहने से मनोरोगों का जन्म होता है। व्यक्ति डिप्रेशन में चला जाता है। लेकिन यदि व्यक्ति मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ है तो वह हर तरह की समस्या का समाधान कर सकता है और दु:ख के कारणों को जानकर दु:ख को सुख में बदल सकता है। मानसिक और शारीरिक स्वास्थ के लिए योग ही इसका एकमात्र उपाय है। आओ जानते हैं कि किस तरह बहुत ही सरल तरीके से अवसाद या डिप्रेशन से मुक्त हुआ जा सकता है।
1. ये तीन प्राणायाम करें : चंद्रभेदी, सूर्यभेदी और भ्रामरी प्राणायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लें। इन्हें आसानी से सीखा जा सकता है।
2. योगासन : योगासनों में जानुशिरासन, सुप्तवज्रासन, पवनमुक्तासन, पश्चिमोत्तानासन, उष्ट्रासन, ब्रह्ममुद्रा या फिर रोज सूर्य नमस्कार करें।
3. ध्यान करें : यदि उपरोक्त में से कुछ भी नहीं कर सकते हैं तो प्रतिदिन 10 मिनट का ध्यान करें।
4. श्वास प्रश्वास : यदि उपरोक्त में से कुछ भी नहीं कर सकते हैं तो श्वास प्रश्वास की ये स्टेप करें। सबसे पहले पेट तक गहरी श्वास लें। फिर उससे दोगुने समय तक रोककर रखें और अंत में जितनी देर तक छोड़ते सकते हैं छोड़े। ऐसा कम से कम 10 बार तक करें।
5. योग निद्रा : प्राणायाम में भ्रामरी और प्रतिदिन पांच मिनट का ध्यान करें। आप चाहें तो 20 मिनट की योग निद्रा लें जिसके दौरान रुचिकर संगीत पूरी तन्मयता से सुनें और उसका आनंद लें। यदि आप प्रतिदिन योग निद्रा ही करते हैं तो यह रामबाण साबित होगी।