वास्तु के अनुसार ऊंट, घोड़ा, हाथी और गाय की मूर्तियां घर में रखने से क्या होगा?
Vastu tips : घर में लोग कई तरह की मूर्तियां सजावट के लिए रखने हैं जिनमें से कुछ नकारात्मक और कुछ सकारात्मक प्रभाव देने वाली हो सकती है। इसलिए वास्तु के अनुसार ही घर में एंटीक पीस या मूर्तियां रखें। वास्तु के अनुसार ऊंट, घोड़ा, हाथी या गाय की मूर्ति रखा शुभ होता है। आओ जानते हैं इनमें से किसी एक की या चारों की मूर्ति रखने से क्या होगा।
1. हाथी की मूर्ति : घर में आप हाथी की मूर्ति रख सकते हैं। यह मूर्ति ठोस चांदी की या पीतल की होना चाहिए। हाथी ऐश्वर्य का प्रतीक है। शयनकक्ष में पीतल की प्रतिमा रखने से पति पत्नी के बीच मतभेद खत्म होते हैं और चांदी का हाथी रखने से राहु संबंधी सभी दोष दूर रहो जाते हैं। यह पंचम और द्वादश में बैठे राहु का उपाय है। फेंगशुई अनुसार भी हाथी की तस्वीर या मूर्ति घर में रखने से सकारात्मक उर्जा के साथ-साथ धन प्राप्ति के स्रोत बनते हैं। यह खासकर धन, समृद्धि और ऐश्वर्य को बढ़ाता है।
2. घोड़े की मूर्ति : वास्तु और फेंगशुई के अनुसार घोड़े की मूर्ति रखने से जीवन के हर क्षेत्र में तरक्की होती है। दौड़ते हुए घोड़े गति, सफलता और ताकत के प्रतीक होते हैं। इससे जीवन में तरक्की मिलती है। घोड़े की मूर्ति रखने से सुख-समृद्धि बढ़ती है। यदि नौकरी और व्यापार में कोई परेशानी हो तो घोड़े की मूर्ति रखें। इसे अपने संस्थान में लगाएंगे तो सफलता मिलेगी। कहते हैं कि यह नकारात्मक उर्जा को खत्म करके सकारात्मक ऊर्जा और सोच का निर्माण करता है। फेंगशुई के अनुसार घर में घोड़े की मूर्ति रखने से पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़ता है साथ ही घर में सुख-शांति आती है।
3. गाय बछड़े की मूर्ति : बहुत से घरों में बछड़े को दूध पिला रही कामधेनु गाय की पीतल की मूर्ति होती है। गाय की मूर्ति रखने से संतान प्राप्ति के साथ ही मानसिक शांति मिलती है। फेंगशुई में भी इसका महत्व बताया गया है। पढ़ाई में एकाग्रता के लिए भी इस मूर्ति को गर में स्थापित करते हैं।
4. ऊंट की मूर्ति : ऊंटी की मूर्ति भी घर में रखने का प्रचलन है। ऊंटों के जोड़े की मूर्ति को ड्राइंगरूम या लिविंग रूम में उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर रखा जाता है। ऊंट कठिन परिश्रम का प्रतीक है। करियर में उन्नती हेतु या व्यावसायीक प्रतिष्ठानों में ऊंटों की मूर्ति या तस्वीर रखी जाती है। यह मन को स्थिर रखकर सफलता प्रदान करता है। परिवार के लोग मानसिक रूप से सुदृढ़ और रिलैक्स रहते हैं।