दुबई:विराट कोहली और उनकी टीम मौजूदा टी20 विश्व कप में लगातार दूसरी हार के बाद ग्रुप चरण से ही बाहर होने की कगार पर पहुंच गई है जिसके बाद क्रिकेट जगत ने टीम की रणनीति की आलोचना की है।
पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का मानना है कि रोहित शर्मा को न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतारने से संकेत मिलता है कि भारतीय टीम प्रबंधन को ट्रेंट बोल्ट की इनस्विंग गेंद का सामना करने के लिए इस स्टार सलामी बल्लेबाज पर भरोसा नहीं था।
रोहित को सीमित ओवरों के क्रिकेट में भारत के महानतम खिलाड़ियों में शामिल किया जा सकता है और मौजूदा टी20 विश्व कप के बाद विराट कोहली के पद छोड़ने पर खेल के सबसे छोटे प्रारूप में वह भारत की अगुआई करने के प्रबल दावेदार हैं। रविवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ इशान किशन को पारी का आगाज करने का मौका दिया गया जबकि रोहित को तीसरे नंबर पर उतारा गया।
पारी की शुरुआत में रोहित अंदर आती गेंद के खिलाफ असहज दिखे जबकि पाकिस्तान के खिलाफ भी ऐसा ही नजर आया। इशान से पारी का आगाज कराने का कदम विफल रहा। पूरा बल्लेबाजी क्रम ही नाकाम रहा जिससे टीम 20 ओवर में सात विकेट पर 110 रन ही बना सकी। न्यूजीलैंड ने इसके बाद 14.3 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया।
गावस्कर ने इंडिया टुडे से कहा, इशान किशन मारो या मरो वाला खिलाड़ी है और बेहतर है कि उसके जैसा बल्लेबाज चौथे या पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे। वह उस समय मैच की स्थिति के अनुसार खेल सकता है। अब यह हुआ है कि रोहित शर्मा को कहा गया है कि हम बायें हाथ के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट का सामना करने के लिए आप पर भरोसा नहीं करते।
उन्होंने कहा, अगर आप किसी स्थान पर लंबे समय से खेल रहे खिलाड़ी के साथ ऐसा करोगे तो स्वयं भी सोचेगा कि शायद वह इसमें सक्षम नहीं है। अगर इशान किशन 70 के आसपास रन बना देता तो हम उसकी सराहना करते। लेकिन जब यह कदम काम नहीं करता तो आप आलोचना करते हैं।रिजर्व सलामी बल्लेबाज के रूप में टीम में शामिल किए गए इशान ने लोकेश राहुल के साथ पारी का आगाज किया था। कप्तान कोहली भी एक स्थान नीचे चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे।
गावस्कर बल्लेबाजी क्रम में बदलाव से सहमत नहीं हैं।उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता कि क्या यह विफलता का डर है लेकिन हमें पता है कि आज उन्होंने बल्लेबाजी क्रम में जो भी बदलाव किए उन्होंने काम नहीं किया।
गावस्कर ने कहा, रोहित शर्मा इतना शानदार बल्लेबाज है और उसे तीसरे नंबर पर भेजा गया। तीसरे नंबर पर इतने रन बनाने वाले कोहली स्वयं चौथे नंबर पर उतरे। इशान किशन जैसे युवा खिलाड़ी को पारी का आगाज करने की जिम्मेदारी सौंपी गई।लगातार दो हार के बाद टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले खिताब के प्रबल दावेदार माने जा रहे भारत पर ग्रुप चरण से ही बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है।
भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज
वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि भारत ने काफी निराश किया। न्यूजीलैंड की टीम शानदार थी। भारत की बॉडी लैंग्वेज अच्छी नहीं थी, शॉट चयन खराब था और अतीत में कुछ मौकों की तरह न्यूजीलैंड ने लगभग सुनिश्चित कर दिया है कि हम अगले चरण में जगह नहीं बना पाएंगे। भारत को इससे पीड़ा पहुंचेगी और गंभीर आत्ममंथन करने का समय है।
भारतीय पूर्व तेज गेंदबाज
इरफान पठान ने कहा कि किसी भी बड़े टूर्नामेंट में आप सिर्फ एक मैच के बाद अपनी एकादश में बदलाव नहीं करते और वांछित नतीजे हासिल नहीं कर सकते। खिलाड़ियों को स्थायित्व की जरूरत होती है और मुझे हैरानी है कि ऐसा तब हुआ जब कुछ बड़े नाम फैसले कर रहे थे। न्यूजीलैंड ने काफी अच्छा काम किया, आज आप काफी अच्छे थे। और टीम इंडिया को एकजुट होकर करिश्मा करने की जरूरत है। समय निकल रहा है।
कलात्मक बल्लेबाजी के लिए मशहूर पूर्व बल्लेबाज
वीवीएस लक्ष्मण ने कहा कि टीम इंडिया को इस हार का नुकसान उठाना पड़ेगा। बल्लेबाजी करते हुए संकोच था, उनके शॉट चयन पर सवाल उठाए जा सकते हैं। न्यूजीलैंड ने शानदार गेंदबाजी की लेकिन भारत ने उनका काम आसान कर दिया। नेट रन रेट घटने के कारण सेमीफाइनल में जगह बनाने का सपना पूरा होता नजर नहीं आता।
पूर्व क्रिकेटर
मदनलाल ने कहा कि यह दुर्भाग्यशाली है क्योंकि इन दोनों ही मैचों में भारत सामान्य से अधिक बेसब्र दिखा। अगर आप रन नहीं बनाओगे तो मैच में आपके लिए मौका नहीं बनेगा। 111 रन के लक्ष्य का बचाव करिश्मा होने पर ही किया जा सकता है। दोनों ही मैचों में भारत का कोई मौका नहीं मिला। इस प्रारूप में अगर आप शुरुआत में दबदबा नहीं बनाते को मुश्किल होती है।
भारतीय गेंदबाज
हरभजन सिंह ने कहा कि अपने खिलाड़ियों को लेकर कड़ा रुख मत अपनाइए। हां हम उन्हें बेहतर क्रिकेट खेलने के लिए जानते हैं। इस तरह के नतीजों के बाद खिलाड़ियों को सबसे अधिक पीड़ा पहुंचती है। लेकिन मैच जीतने के लिए न्यूजीलैंड ने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने सभी विभागों में शानदार प्रदर्शन किया।