भारतीय शेयर बाजार में भूचाल, सेंसेक्स में 1200 अंकों की गिरावट...
दुनिया भर के बाजारों में जारी भारी बिकवाली का दबाव घरेलू शेयर बाजारों पर भी देखने को मिला। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में मंगलवार को करीब 1,275 अंक यानी 3.6 प्रतिशत गिरकर 34,000 अंक के नीचे चला गया।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक आज शुरुआती कारोबार में 1,274.35 अंक यानी 3.66 प्रतिशत गिरकर 33,482.81 अंक पर आ गया। रीयल्टी, टिकाऊ उपभोग, धातु और बैंकिंग सहित अन्य अलग-अलग क्षेत्रों के सूचकांकों में गिरावट रही। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी शुरुआती दौर में 390.25 अंक यानी 3.65 प्रतिशत गिरकर 10,276.30 अंक पर रहा। निफ्टी 10,300 के नीचे आ गया।
पिछले पांच कारोबारी सत्र में सेंसेक्स में 1,526 अंक गिरावट देखी गई। जनवरी में इसमें 2,200 अंक से अधिक की तेजी रही थी।
क्यों गिरा बाजार : उल्लेखनीय है कि अमेरिकी बाजारों में 6 साल की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। सोमवार के कारोबारी सत्र में डाओ जोंस 1,175.2 अंक यानी 4.6 फीसदी की भारी गिरावट के साथ 24,345.75 के स्तर पर बंद हुआ है। एक समय डाओ जोंस 1500 अंक टूट गया था।
एशियाई बाजारों में भारी गिरावट : ब्रोकरों ने कहा कि अमेरिका के वॉल स्ट्रीट में रिकॉर्ड गिरावट के बाद एशियाई बाजारों में भी इसी तरह का रुख देखने को मिला। एशियाई बाजारों में टोक्यो 5 प्रतिशत से अधिक, हांग कांग 4 प्रतिशत और सिडनी 3 प्रतिशत, सिंगापुर 2.3 प्रतिशत, सियोल 3 प्रतिशत, ताईपाई 3.7 प्रतिशत और शंघाई 2.1 प्रतिशत गिरे।
ब्रोकरों ने कहा कि रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा नीति को लेकर सतर्क रहने और डॉलर के मुकाबले शुरुआती कारोबार में रुपये के 29 पैसे कमजोर होने से भी घरेलू शेयर बाजार में गिरावट के रुख को बल मिला।
पांच लाख करोड़ की पूंजी डूबी : बजट के बाद से ही शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी जा रही है। निवेशकों की पांच लाख करोड़ रुपए से अधिक की पूंजी डूब गई। एक फरवरी को बजट पेश होने के बाद दो सत्रों में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,150 अंक टूट चुका है। सेंसेक्स 309.59 अंक या 0.88 प्रतिशत के नुकसान से 34,757.16 अंक पर आ गया। आज की गिरावट से बाजार में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है।