शुक्रवार, 22 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. धर्म-दर्शन
  3. धार्मिक आलेख
  4. chanakya ke anusar stri me ye gun hona chahiye
Written By WD Feature Desk
Last Modified: मंगलवार, 18 जून 2024 (17:23 IST)

Chanakya niti : चाणक्य के अनुसार स्त्रियों में होना चाहिए ये गुण, सभी करते हैं पसंद

चाणक्य नीति के अनुसार महिलाओं के गुण और शक्ति के बारे में

chanakya niti
chanakya niti
Chanakya Niti: चाणक्य ने महिलाओं के बारे में बहुत कुछ लिखा है। इनमें से कई बातों से हम असहमत हो सकते हैं और कई से सहमत। चाणक्य यह यह बातें उस काल की स्थिति और परिस्थिति को देखकर लिखी थी। उन्होंने स्त्रियों के गुणों के बारे में भी लिखा है। आओ जानते हैं कि चाणक्य ने महिलाओं के कौनसे गुणों के बारे में बताया है।
 
1. धार्मिक : चाणक्य नीति के अनुसार महिलाओं का धार्मिक होना जरूरी है। भगवान, प्रकृति और धर्म पर उसका विश्वास घर को सुरक्षित रखता है। ऐसी महिलाएं अच्छे और बुरे का अंतर तुरंत और आसानी कर लेती हैं। प्रकृति की पूजा करने से संतुलन का ज्ञान होना होता है।ALSO READ: Chanakya niti : चाणक्य के अनुसार इन 6 कारणों से व्यक्ति जल्दी हो जाता है बूढ़ा
 
2. मृदु भाषी : चाणक्य के अनुसार जिसकी पत्नी मीठा बोलने वाली है वो भाग्यशाली है। ऐसी महिलाएं कहीं भी रहे उसके संबंध सभी से अच्छे रहते हैं और उसी से घर में खुशी रहती है। उसकी सभी तारीफ करते हैं। अत: स्त्री की वाणी बहुत ही मधुर होनी चाहिए। कड़वे वचन नहीं बोलने चाहिए।
 
3. बचत : चाणक्य नीति के अनुसार जो महिला धन संचय करना जानती है उस परिवार पर अचानक विपत्ति आती है तो उसके परिवार को हानि नहीं होती है।
 
4. संस्कार : आचार्य चाणक्य के अनुसार स्त्री का सबसे महत्वपूर्ण गुण अच्छे संस्कार होना है। अच्‍छे संस्कार के साथ ही शिक्षित होना भी जरूरी है। संस्कारी व शिक्षित महिला अपने आने वाली पीढ़ी का भविष्य सुधारने और बेहतर बनाने की महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।ALSO READ: Chanakya Niti : चाणक्य के अनुसार ये 10 तरह के लोग पिशाच के समान होते हैं, दूर रहें इनसे
 
स्त्रीणां द्विगुण आहारो लज्जा चापि चतुर्गुणा।
साहसं षड्गुणं चैव कामश्चाष्टगुणः स्मृतः ॥17॥- चाणक्य नीति
अर्थात : स्त्री का आहार यानी भूख पुरुषों से दुगनी होती हैं। शर्म यानी लज्जा चार गुना ज्यादा, साहस पुरुष से छ: गुना ज्यादा होता है। इसलिए ही स्त्रियों को शक्ति स्वरूप भी माना गया है। वहीं स्त्रियों में काम इच्छा भी पुरुषों से आठ गुना ज्यादा होती है।
 
बाहुवीर्यबलं राज्ञो ब्राह्मणो ब्रह्मविद् बली।
रूप-यौवन-माधुर्यं स्त्रीणां बलमनुत्तमम्।।- चाणक्य नीति
अर्थात : राजाओं का बल बाहुबल, शस्त्र और उसकी सेना, ब्राह्मण का बल ज्ञान और ब्रह्म विद्या है लेकिन महिलाओं का बल मधुर वाणी, रूप, शीलता, शालीनता और यौवन है।
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, नीति, ज्योतिष आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इनसे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।ALSO READ: Chanakya niti : अपने बच्चों को दे रहे हैं शिक्षा तो चाणक्य की ये बात भी मान लें, वर्ना पछताएं
ये भी पढ़ें
Jyeshtha pradosh: ज्येष्ठ प्रदोष व्रत रखने का क्या है तरीका, जानें फायदे