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Written By एन. पांडेय
Last Updated : गुरुवार, 5 मई 2022 (23:30 IST)

उत्तरप्रदेश ने 'भागीरथी' का लोकार्पण किया, 'अलकनंदा' उत्तराखंड को सौंपा, योगी ने चाबी धामी को सौंपी

उत्तरप्रदेश ने 'भागीरथी' का लोकार्पण किया, 'अलकनंदा' उत्तराखंड को सौंपा, योगी ने चाबी धामी को सौंपी - Uttar Pradesh handed over Alaknanda to Uttarakhand
देहरादून। गुरुवार को हरिद्वार में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अलकनंदा पर्यटक आवासगृह की चाबी सौंपी। योगी आदित्यनाथ ने उत्तरप्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा निर्मित उत्तरप्रदेश के भागीरथी पर्यटक आवासगृह का लोकार्पण किया। उत्तरप्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा 43.27 करोड़ रुपए की लागत के 2964 वर्ग मीटर में बने भागीरथी पर्यटक आवासगृह में 100 कक्ष, बेंक्वेट हॉल एवं 150 चौपहिया वाहनों की पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
 
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखंड राज्य बनने के बाद उत्तरप्रदेश एवं उत्तराखंड में संपत्ति विवाद चल रहा था। 2017 में दोनों राज्यों में भाजपा की सरकार बनने के बाद संपत्ति बंटवारे के लिए सकारात्मक पहल हुई। नवंबर 2021 में संपत्ति बंटवारे से संबंधित लगभग सभी मामलों का समाधान कर दिया गया। योगी ने कहा कि आज अलकनंदा पर्यटक आवासगृह उत्तराखंड सरकार को मिल गया है और उत्तरप्रदेश का भागीरथी पर्यटक आवासगृह बन चुका है। अलकनंदा और भागीरथी नदी जब आपस में मिलती है, तब गंगा कहलाती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' के सपने को साकार करने के लिए दोनों राज्यों की सरकारें मिलकर कार्य करेंगे। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा उत्तराखंड को हर क्षेत्र में हरसंभव मदद दी जाएगी।
 
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है। उत्तराखंड 100 करोड़ से अधिक भारतवासियों को आकर्षित कर सकता है। उत्तराखंड के चारधाम और मां गंगा श्रद्धालुओं को यहां आने के लिए आकर्षित करते हैं। उत्तराखंड में स्पिरिचुअल टूरिज्म के साथ ही ईको टूरिज्म के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। देश के समग्र विकास के लिए प्रधानमंत्री के विजन के साथ हम सबको जोड़ना होगा। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में केदारनाथ धाम संवर चुका है। श्री बद्रीनाथ एवं हरिद्वार के विकास के लिए भी तेजी से कार्य हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश एवं उत्तराखंड के भाव एवं भावनाएं एक जैसी हैं। पर्यटन के क्षेत्र में उत्तराखंड में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखंड उनकी मातृभूमि भी है। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू हो गई है, अतिथि सत्कार का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत कर उत्तराखंड को वैश्विक पहचान दिलानी होगी।
 
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार में भागीरथी पर्यटक आवासगृह के लोकार्पण एवं अलकनंदा पर्यटक आवासगृह के उत्तराखंड को हस्तांतरित करने पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि नवंबर 2021 में उत्तरप्रदेश एवं उत्तराखंड के मध्य परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच जो बैठक हुई थी, उसमें सभी मामलों का योगी आदित्यनाथ जी द्वारा समाधान किया गया वह सराहनीय है। उन्होंने एक बड़े भाई का फर्ज निभाया। आज भौतिक एवं आध्यात्मिक विकास से नए भारत का निर्माण हो रहा है। योगी जी आध्यात्मिक चेतना को लगातार आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में उत्तरप्रदेश निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। उत्तरप्रदेश उत्तम प्रदेश बन रहा है।
 
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। राज्य में सड़क, हवाई एवं रेल कनेक्टिविटी का तेजी से प्रसार हुआ है। केदारनाथ का पुनर्निर्माण कार्य तेजी से हुआ है। बद्रीनाथ को और अधिक भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। भारत को विश्वगुरु बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों को हमें मिलकर पूरा करना होगा।
 
उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, प्रेमचन्द अग्रवाल, गणेश जोशी डॉ. धनसिंह रावत, चंदन राम दास, सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक मदन कौशिक, उत्तरप्रदेश के मंत्री जयवीर सिंह, बृजेश सिंह, कपिल देव अग्रवाल एवं संतगण मौजूद थे।

 
यूपी रवाना : अपने पैतृक गांव पंचूर में 3 दिवसीय प्रवास के बाद गुरुवार को यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ हरिद्वार होते हुए लखनऊ पहुंच गए। उनके गांव से विदा लेने के दौरान उनकी मां सावित्री देवी ने उन्हें दही और गुड़ खिलाया और आशीर्वाद देकर विदा किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पैतृक गांव पंचूर से 2दिवसीय प्रवास के बाद आज सुबह रवानगी की तैयारी की। उन्होंने गाय को ग्रास खिलाकर दिन की शुरुआत की। 
हेलीकॉप्टर के जरिए वे हरिद्वार के लिए रवाना हुए। जनपद पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर प्रखंड स्थित अपने पैतृक गांव पंचूर से दो दिवसीय प्रवास के बाद उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गांव से रवाना हो गए। इससे पहले वह अपने कक्ष से सीधे निकले, आंगन में बैठी मां के पास पहुंचे। आशीर्वाद लेने के बाद आगे बढ़ गए। बिथ्यानी हेलीपैड तक कार से रवाना हुए। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 5 साल बाद बीते मंगलवार को अपने पैतृक गांव पंचूर पहुंचे थे।
 
मंगलवार को उन्होंने गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय में अपने गुरु महंत अवेद्यनाथ की मूर्ति का अनावरण कर एक कार्यक्रम को भी संबोधित किया था। गांव के अपने ही घर में सीएम योगी ने रात्रि प्रवास किया था। रोजमर्रा की तरह गुरुवार की सुबह 4 बजे वह उठ गए थे। उन्होंने सुबह पहले काढ़ा पिया। नित्य कर्म के बाद पूजा-अर्चना की। उन्होंने घर की गौशाला में गाय को रोटी खिलाई। उसके बाद वह अपने भाई शैलेंद्र सिंह बिष्ट, महेंद्र सिंह बिष्ट, और बहनोई पूर्ण सिंह पयाल के साथ घर के खेत की तरफ गए। वहां खड़े होकर वह दूर तक खेतों को निहारते रहे। नाश्ते में उन्होंने लौकी की सब्जी, सूखे चने, दलिया और रोटी खाई।

 
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खुलेंगे केदारनाथ के कपाट : भगवान श्री केदारनाथ धाम के कपाट खोलने के लिए परंपरा के अनुसार भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से केदारनाथ पहुंच चुकी है। कपाट खुलने की पूर्व संध्या पर श्रद्धालुओं की भीड़ की पंचमुखी डोली के साथ केदार पहुंच गई है। देशभर का मीडिया भी यहां पहले ही हाजिर है।
 
2 मई को श्री केदारनाथ के शीतकालीन निवास ओंकारेश्वर मंदिर से केदारनाथ के लिए रवाना हुई थी। केदारनाथ धाम पहुंचने से पहले पंचमुखी डोली विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी, श्री गौरी माई मंदिर, फाटा और गौरीकुंड सहित कई पड़ावों पर रुकी थी। इस बीच केदारनाथ मंदिर को कपाट खुलने के मौके पर 10 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। 4 मई को बारिश और बर्फबारी के बावजूद मंदिर में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थीं।
 
श्री केदारनाथ धाम के कपाट कल 6 मई को विधि-विधानपूर्वक मंत्रोच्चारण के साथ शुक्रवार सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर खोले जाएंगे जबकि चार तीर्थों में से प्रमुख धाम बद्रीनाथ के कपाट 8 मई को तीर्थयात्रियों के लिए खोले जाएंगे। 2 साल बाद इस बार चारधाम यात्रा में रिकॉर्डतोड़ तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है। 1,90,000 से अधिक तीर्थयात्रियों ने केदारनाथ जाने के लिए 31 मई तक अपना पंजीकरण कराया है जबकि केदारनाथ के लिए हेली सेवाओं की 5 जून तक एडवांस बुकिंग हो गई है।
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