पिथौरागढ़ में बादल फटा, 4 की मौत, सेना के 8 जवान लापता
सांकेतिक चित्र
नैनीताल। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण 4 की मौत हो गई है व सेना के 8 जवान लापता हो गए हैं।
अतिवृष्टि के कारण सबसे अधिक नुकसान घटियाबगड़ में तीनतोला के पास हुआ है। यहां पर सेना के 4 शिविर थे जिसके बगल में नाला बह रहा था। भारी बारिश तथा तेज बहाव में नाले पर बना पुल बह गया तथा पानी सेना के शिविर में घुस गया। इन शिविरों में सैकड़ों जवान थे जिसमें से 8 जवानों के लापता होने की सूचना है। यहां सेना के लिए कुली के रूप में काम करने वाले 3 स्थानीय लोग भी लापता हैं। इसकी पुष्टि धारचूला के उपखंड मजिस्ट्रेट (एसडीएम) आरके पांडे ने कर दी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के घटियाबगड़ में सेना शिविर से कुल 12 लोग लापता हैं जिनमें से 7 जवान तथा 1 जूनियर कमीशन अधिकारी (जेसीओ) हैं लेकिन अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
पांडे ने बताया कि मालपा में बारिश ने कहर बरपाया है। यहां पर 3 दुकानें थीं, जो भूस्खलन होने से ध्वस्त हो गई हैं। यहां पर 3 लोग लापता हैं तथा 1 महिला काली नदी में बह गई थी लेकिन उसे बचा लिया गया है। अतिवृष्टि के चलते कैलाश मानसरोवर यात्रा का मार्ग भी प्रभावित हुआ है। मांगती के पास लोहे का पुल बह गया है जिससे यात्रा को सिरका में ही रोकना पड़ा है। कैलाश मानसरोवर यात्रियों का 16वां दल कैलाश दर्शन के लिए रास्ते में है।
पांडे ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से यात्रा को रविवार को सिरका में रोकने के आदेश दिए हैं। शनिवार को मौसम साफ रहने तथा अन्य वैकल्पिक व्यवस्था करने पर ही यात्रा को आगे बढ़ाया जाएगा।
पांडे के अनुसार भारी बारिश के कारण देर रात 3 बजे के आसपास ये घटनाएं घटीं। राष्ट्रीय आपदा प्रक्रिया दल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), पुलिस तथा राजस्व की टीमों को रात में ही घटना स्थल के लिए रवाना कर दिया गया है।
उधर धारचूला के डूंगातोली में भी हुई भारी बारिश के चलते गांव के 32 लोग बाढ़ में फंस गए थे जिन्हें बचा लिया गया। डूंगातोली के 16 परिवारों के 83 लोगों को बलुवाकोट राहत शिविर में पहुंचाया गया है। (भाषा)