राज ठाकरे पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार, MNS 4 मई के अल्टीमेटम पर अडिग
मुंबई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे एवं उनके चचेरे भाई महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बीच जारी जंग और तेज हो गई है। इस बीच, महाराष्ट्र पुलिस ने औरंगाबाद में राज के विवादित भाषण के मामले में मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही राज के खिलाफ उचित कारवाई की बात कही है। यह भी माना जा रहा है कि उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। पूर्व में गिरफ्तार किए सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा अभी जेल में ही हैं। शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि अल्टीमेटम की राजनीति महाराष्ट्र में नहीं चलेगी।
औरंगाबाद सिटी चौक पुलिस ने राज ठाकरे के खिलाफ भादसं की धारा 153 (दंगा भड़काने के इरादे से उकसाना), 116 (जेल की सजा वाले अपराध के लिए उकसाना) और 117 (जनता या 10 से अधिक व्यक्तियों द्वारा अपराध के लिए उकसाना) तथा महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया।
महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक (DGP) रजनीश सेठ ने मंगलवार को कहा कि मनसे के प्रमुख राज ठाकरे के कथित विवादित भाषण को लेकर औरंगाबाद के पुलिस आयुक्त उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करेंगे। सेठ ने कहा कि औरंगाबाद के पुलिस आयुक्त भाषण की जांच कर रहे हैं। जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि 13,000 से अधिक लोगों के सीआरपीसी की धारा 149 (संज्ञेय अपराधों को रोकना) के तहत नोटिस जारी किए गए हैं।
क्या कहा था राज ने : राज ठाकरे ने दो दिन पहले राज्य के मराठवाड़ा क्षेत्र के औरंगाबाद में एक रैली में 1 मई को कहा था कि वह मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए 3 मई की समयसीमा पर अडिग हैं और अगर ऐसा नहीं किया गया तो सभी हिंदुओं को 4 मई से इन धार्मिक स्थलों के बाहर हनुमान चालीसा करनी चाहिए। औरंगाबाद पुलिस ने मनसे के जिलाध्यक्ष सुमित खांबेकर और एक अन्य स्थानीय पार्टी पदाधिकारी सतनाम सिंह गुलाटी को सीआरपीसी की धारा 149 के तहत नोटिस जारी किए हैं।
आरपीआई कार्यकर्ता करेंगे मस्जिदों की रक्षा : केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने मंगलवार को कहा कि अगर किसी ने जबरदस्ती लाउडस्पीकर हटाने की कोशिश की तो रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) के कार्यकर्ता मस्जिदों की रक्षा करेंगे। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री अठावले ने कहा कि उनकी पार्टी यह सुनिश्चित करेगी कि मुस्लिम समुदाय को अन्याय का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि हम मस्जिद के बाहर हनुमान चालीसा पाठ के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि हमारा विरोध मस्जिदों से लाउडस्पीकर नीचे लाने की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की मांग को लेकर है।