सरकारी बंगले में तोड़फोड़, अखिलेश यादव के खिलाफ शिकायत
इलाहाबाद। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आवंटित सरकारी बंगला खाली करने पर उसमें हुई तोड़फोड़ को लेकर भाजपा कार्य समिति सदस्य ने मुकदमा दर्ज करने की तहरीर दी है। अखिलेश को इस बंगले को आवंटित किए जाने के बाद भव्य रूप देने के लिए उस पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए थे।
पुलिस सूत्रों ने सोमवार को यहां बताया कि भाजपा कार्य समिति कार्यकर्ता सुरेन्द्र कुमार चौधरी ने रविवार दोपहर बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लखनऊ के चार विक्रमादित्य मार्ग स्थित आवंटित सरकारी आवास खाली करते समय की गई तोड़फोड़ प्रकरण को लेकर शिवकुटी थाने में तहरीर देकर मुकदमा लिखने की मांग की है।
उन्होंने बताया कि चौधरी भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ थाने पहुंचे और अखिलेश के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग करने लगे। उन्हें बताया गया कि मामला लखनऊ का है इसलिए जो भी कार्यवाही होगी वह लखनऊ में ही होगी। फिलहाल उनकी तहरीर ले ली गई है।
गौरतलब है कि भव्यता के लिए प्रसिद्ध चार विक्रमादित्य मार्ग स्थित बंगले को अखिलेश द्वारा खाली करने के बाद जब संपत्ति कर के कर्मचारी पहुंचे तो उन्हें सब टूटा-फूटा मिला। अखिलेश को इस बंगले को आवंटित किए जाने के बाद भव्य रूप देने के लिए उस पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए थे।
समाजवादी पार्टी के फूलपुर सांसद नागेन्द्र सिंह पटेल ने आरोप लगाया कि सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए भाजपा किसी भी स्तर तक जा सकती है। लोगों में अखिलेश की छवि को खराब करने की नीयत से यह कुचक्र रचा गया है। उनका कहना है कि क्या कोई इंसान बाथरुम की टोंटी खोलकर ले जाएगा, यह गले उतरने वाली बात नहीं है।
एक साधारण आदमी तो मकान खाली करते समय ऐसी ओछी हरकत नहीं करता, वह तो सूबे के मुख्यमंत्री रहे हैं। सांसद ने सुरेश चौधरी के बारे में कहा कि वे बहुत जल्दी में हैं। वे भाजपा की आंखों के तारे बनने के लिए ऐसी हरकत कर रहे हैं। वे बहुत जल्दी कद्दावर नेता बनने का सपना संजोए बैठे हैं। (वार्ता)