कार्तिक पूर्णिमा के दिन दीपदान करने के 11 फायदे
Kartik Purnima: 27 नवंबर 2023 को कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दिवाली मनाई जाएगी। इस दिन दीप प्रज्वलित करके नदी में प्रवाहित करते हैं। इसी के साथ ही देवी देवताओं के समक्ष दीपक प्रज्वलित करते हैं। दीपक का दान करना या दीप को जलाकर उसे उचित स्थान पर रखना दीपदान कहलाता है। दीपदान करने के कई फायदे हैं। जानिए कि दीपदान कहां करते हैं और इसके फायदे क्या हैं।
कहां करते हैं दीपदान?
1. देवमंदिर में करते हैं दीपदान।
2. विद्वान ब्राह्मण के घर में करते हैं दीपदान।
3. नदी के किनारे या नदी में करते हैं दीपदान।
4. दुर्गम स्थान अथवा भूमि (धान के उपर) पर करते हैं दीपदान।
दीपदान करने के फायदे:-
1. अकाल मृत्यु से बचने के लिए करते हैं दीपदान।
2. अपने मृतकों की सद्गति के लिए करते हैं दीपदान।
3. लक्ष्मी माता और भगवान विष्णु को प्रसन्न कर उनकी कृपा हेतु करते हैं दीपदान।
5. यम, शनि, राहु और केतु के बुरे प्रभाव से बचने के लिए करते हैं दीपदान।
6. सभी तरह के अला-बला, गृहकलह और संकटों से बचने के लिए करते हैं दीपदान।
7. जीवन से अंधकार मिटे और उजाला आए इसीलिए करते हैं दीपदान।
8. मोक्ष प्राप्ति के लिए करते हैं दीपदान।
9. किसी भी तरह की पूजा या मांगलिक कार्य की सफलता हेतु करते हैं दीपदान।
10. घर में धन समृद्धि बनी रहे इसीलिए भी कहते हैं दीपदान।
11. कार्तिक माह में भगवान विष्णु या उनके अवतारों के समक्ष दीपदान करने से समस्त यज्ञों, तीर्थों और दानों का फल प्राप्त होता है।