शुक्रवार, 22 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. व्रत-त्योहार
  3. तीज त्योहार
  4. Bada Mangal 2024 Dates
Written By WD Feature Desk
Last Updated : शुक्रवार, 24 मई 2024 (17:10 IST)

Bada Mangal 2024 : जानें कब-कब रहेगा बड़ा मंगल, कर लिया इस दिन व्रत तो भाग्य बदल जाएगा

hanuman
Highlights : 
 
ज्येष्ठ माह के बड़ा मंगल के बारे में जानें।  
कब-कब पड़ेंगे बड़ा मंगल 2024 में।    
Bada Mangal 2024 Hindi Me: इस वर्ष 24 मई, दिन शुक्रवार से ज्येष्ठ मास का प्रारंभ गया है। और इस माह बजरंगबली के पूजन-अर्चन के लिए खास माना जाने वाले दिन यानी बड़ा मंगल का पर्व विशेष रूप से मनाया जाएगा।  
 
हिन्दू पंचांग के अनुसार इस बार पहला बड़ा/ बुढ़वा मंगल व्रत 28 मई, मंगलवार को मनाया जाएगा। अत: इन दिनों श्री हनुमान जी का पूजन करने का विशेष महत्व माना गया है। 
 
आपको बता दें कि हिंदू धर्म में ज्येष्ठ मास का विशेष महत्व होने के कारण इसे बुढ़वा या बड़ा मंगल कहा जाता है। और ज्येष्ठ माह के हर मंगलवार को बजरंगबली की पूजा-अर्चना करने से सभी प्रकार के कष्ट, परेशानी दूर होकर भाग्य बदल जाता हैं और घर में सुख-समृद्धि आकर बजरंगबली की विशेष कृपा होती है।

खास कर हनुमान जी के भक्तों के लिए यह दिन अत्यंत शुभ माना जाता है। और यह दिन अतिमंगलकारी होने के कारण महापर्व के रूप में मनाया जाता है। तथा हनुमान जी की उपासना करके उनकी कृपा पाने तथा अपनी रूठी किस्मत को चमकाने का प्रयास किया जाता है। इस दिन हनुमान जी को गुड़-चने का प्रसाद चढ़ाने से भी वे प्रसन्न होते हैं।  
 
आइए जानते हैं इस बार किस-किस तारीख पर बड़ा/बुढ़वा मंगल व्रत पड़ रहे हैं।  
 
कब-कब रहेंगे बड़ा मंगल व्रत 2024  :  Bada Mangal 2024 
 
- ज्येष्ठ माह में पहला बड़ा मंगल 28 मई को, 
 
- दूसरा बड़ा मंगल 4 जून को, 
 
- तीसरा बड़ा मंगल 11 जून को, 
 
- चौथा बड़ा मंगल 18 जून को पड़ रहा हैं।  

अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।